शिमला: जिला के उपमंडल ठियोग के देवरीघाट पंचायत में शोपीस बने पानी के सात टैंकों की हालत दिनों खस्ता है. दरअसल आईपीएच विभाग द्वारा न तो इन टैंकों की देखरेख की जा रही और न ही पानी की सप्लाई की जा रही है. जिससे स्थानीय लोगों को 20 दिन के बाद पानी मिल रहा है.
बता दें कि उपमंडल ठियोग के देवरीघाट पंचायत में आईपीएच विभाग ने स्थानीय लोगों को पानी की सुविधा देने के लिए सात टैंक दो बना दिए, लेकिन उसकी देखरेख और पानी डालना भूल गया. आलम ये है कि टैंकों में लगा सीमेंट उखड़ गया हैं और सरिया जंग खा रहा है, लेकिन विभाग द्वारा इन टैंकों की सुध नहीं ली जा रही है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी की समस्या से उनका जीना दूभर हो गया है सुबह से शाम तक लोग दूर-दूर से पानी ही ढोते हैं. साथ ही कई बार छतों का पानी भी प्रयोग करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि पानी की समस्या से जिला प्रशासन और संबंधित विभाग को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
देवरीघाट पंचायत के प्रधान सुरेश वर्मा ने बताया कि पिछले कई सालों से पानी की समस्याओं को लेकर आइपीएच विभाग के पास पंचायत से रेजुलेशन दिया गया है, लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नही रेंगती. उन्होंने बताया कि ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उम्मीद है कि पानी की समस्या को लेकर संबंधित विभाग को निर्देश जारी करेंगे, ताकि परेशानी से निजात मिल सके.
बता दें कि पानी की समस्या को लेकर इन दिनों ठियोग में लोगों का रोष सरकार और आईपीएच विभाग के खिलाफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन अभी तक विभाग की तरफ से पानी की समस्या को सुलझाने के कोई प्रयास नहीं किया गया है.