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शिमला के ठियोग में शोपीस बने पानी के टैंक, 20 दिन बाद ग्रामीणों की बुझ रही प्यास

राजधानी के उपमंडल ठियोग के देवरीघाट पंचायत में सात टैंकों की हालत दिनों खस्ता है. दरअसल आईपीएच विभाग द्वारा न तो इन टैंकों की देखरेख की जा रही और न ही पानी की सप्लाई की जा रही है. आलम ये है कि टैंकों में लगा सीमेंट उखड़ गया हैं और सरिया जंग खा रहा है, लेकिन विभाग द्वारा इन टैंकों की सुध नहीं ली जा रही है.

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Published : Dec 3, 2019, 6:46 PM IST

water problem in shimla
डिजाइन फोटो

शिमला: जिला के उपमंडल ठियोग के देवरीघाट पंचायत में शोपीस बने पानी के सात टैंकों की हालत दिनों खस्ता है. दरअसल आईपीएच विभाग द्वारा न तो इन टैंकों की देखरेख की जा रही और न ही पानी की सप्लाई की जा रही है. जिससे स्थानीय लोगों को 20 दिन के बाद पानी मिल रहा है.

बता दें कि उपमंडल ठियोग के देवरीघाट पंचायत में आईपीएच विभाग ने स्थानीय लोगों को पानी की सुविधा देने के लिए सात टैंक दो बना दिए, लेकिन उसकी देखरेख और पानी डालना भूल गया. आलम ये है कि टैंकों में लगा सीमेंट उखड़ गया हैं और सरिया जंग खा रहा है, लेकिन विभाग द्वारा इन टैंकों की सुध नहीं ली जा रही है.

वीडियो.

स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी की समस्या से उनका जीना दूभर हो गया है सुबह से शाम तक लोग दूर-दूर से पानी ही ढोते हैं. साथ ही कई बार छतों का पानी भी प्रयोग करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि पानी की समस्या से जिला प्रशासन और संबंधित विभाग को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

देवरीघाट पंचायत के प्रधान सुरेश वर्मा ने बताया कि पिछले कई सालों से पानी की समस्याओं को लेकर आइपीएच विभाग के पास पंचायत से रेजुलेशन दिया गया है, लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नही रेंगती. उन्होंने बताया कि ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उम्मीद है कि पानी की समस्या को लेकर संबंधित विभाग को निर्देश जारी करेंगे, ताकि परेशानी से निजात मिल सके.

बता दें कि पानी की समस्या को लेकर इन दिनों ठियोग में लोगों का रोष सरकार और आईपीएच विभाग के खिलाफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन अभी तक विभाग की तरफ से पानी की समस्या को सुलझाने के कोई प्रयास नहीं किया गया है.

शिमला: जिला के उपमंडल ठियोग के देवरीघाट पंचायत में शोपीस बने पानी के सात टैंकों की हालत दिनों खस्ता है. दरअसल आईपीएच विभाग द्वारा न तो इन टैंकों की देखरेख की जा रही और न ही पानी की सप्लाई की जा रही है. जिससे स्थानीय लोगों को 20 दिन के बाद पानी मिल रहा है.

बता दें कि उपमंडल ठियोग के देवरीघाट पंचायत में आईपीएच विभाग ने स्थानीय लोगों को पानी की सुविधा देने के लिए सात टैंक दो बना दिए, लेकिन उसकी देखरेख और पानी डालना भूल गया. आलम ये है कि टैंकों में लगा सीमेंट उखड़ गया हैं और सरिया जंग खा रहा है, लेकिन विभाग द्वारा इन टैंकों की सुध नहीं ली जा रही है.

वीडियो.

स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी की समस्या से उनका जीना दूभर हो गया है सुबह से शाम तक लोग दूर-दूर से पानी ही ढोते हैं. साथ ही कई बार छतों का पानी भी प्रयोग करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि पानी की समस्या से जिला प्रशासन और संबंधित विभाग को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

देवरीघाट पंचायत के प्रधान सुरेश वर्मा ने बताया कि पिछले कई सालों से पानी की समस्याओं को लेकर आइपीएच विभाग के पास पंचायत से रेजुलेशन दिया गया है, लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नही रेंगती. उन्होंने बताया कि ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उम्मीद है कि पानी की समस्या को लेकर संबंधित विभाग को निर्देश जारी करेंगे, ताकि परेशानी से निजात मिल सके.

बता दें कि पानी की समस्या को लेकर इन दिनों ठियोग में लोगों का रोष सरकार और आईपीएच विभाग के खिलाफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन अभी तक विभाग की तरफ से पानी की समस्या को सुलझाने के कोई प्रयास नहीं किया गया है.

Intro:ठियोग के देवरीघाट पँचायत में शोपीस बने पानी के 7 टैंक।विभाग इसमें न तो पानी की सप्लाई दे रहा न ही कर रहा इसकी देखरेख।स्थानीय पँचायत प्रधान ओर लोगों ने मुख्यमंत्री से लगाई सहायता की मांग।15 से 20 दिन बाद पानी मिलने से पँचायत के लोग परेशान।
Body:ठियोग में पानी की विकराल होती समस्या से लोग परेशान हैं।ठियोग की मुख्य बाजार के साथ लगती पँचायत देरीघाट में पानी लोगों को 15 से 20 दिन के बाद आ रहा है।आईपीएच विभाग ने इस पंचायत में 7 पानी के टैंक बना रखे है लेकिन सब शोपीस बनकर रह गए है।इन टैंकों की हालत अब इतनी दयनीय है कि इसमें लगाया गया सीमेंट उखड़ गए हैं ओर सरिया जंग खा रहा है लेकिन लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी इसमें न तो पानी की सप्लाई दे रहा है और न तो इसका रख रखाव कर रहा है।देवरीघाट के लोगों का कहना है कि पानी की समस्या से उनका जीना दूभर हो गया है सुबह से शाम तक लोग दूर दूर से पानी ढोते है लेकिन आइपीएच विभाग लोगों को कोई राहत नहीं दे रहा है। कई बार शिकायत की गई लेकिन विभाग कोई न कोई बहाना बनाकर लोगों को ठगने का काम कर रहा है।महिलाओं का कहना है कि घर के काम काज से लेकर पशुओं के पीने के पानी के लिए पूरा दिन चला जाता है और लिफ्ट का पानी 15 दिन में आएगा इसका भी भरोसा नहीं होता ऐसे में कई बार छतों का पानी भी प्रयोग करना पड़ता है।
बाईट,,, स्थानीय महिलाएं
बाईट,,,स्थानीय लोग

पानी की विकराल होती समस्या को लेकर देवरीघाट पँचायत के प्रधान सुरेश वर्मा का कहना है कि पिछले कई सालों से पानी की समस्याओं को लेकर आइपीएच विभाग के पास पँचायत से रेजुलेशन दिया गया है लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नही रेंगती पानी की लाइन ठीक नही की जा रही है।पानी के टैंक खस्ताहाल ओर कई बार विभागों के चक्कर लगा दिए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही उन्होंने कहा कि अब तो प्रदेश के मुख्यमंत्री से आस है कि इस समस्या को लेकर विभाग को आदेश दे जिससे लोगों को राहत मिल सके।
बाईट,,,, सुरेश वर्मा
प्रधान देवरीघाट पँचायत

Conclusion:आपको बता दे कि पानी की समस्या को लेकर इन दिनों ठियोग में लोगों का रोष सरकार और आपीएच विभाग के खिलाफ बढ़ता जा रहा है लेकिन अभी तक विभाग की तरफ से पानी की समस्या को सुलझाने के कोई भरसक प्रयास होता नहीं देख रहा और अब लोह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस समस्या से निजात पाने की राह देख रहे हैं।

ठियोग से सुरेश शर्मा की रिपोर्ट।
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