शिमला: शिमला नगर निगम के पुनर्सीमांकन (Shimla Municipal Corporation Re-delimitation) पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस नेता और शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सरकार पर निशाना साधा है और भजापा पर अपने फायदे के लिए गलत तरीके से डीलिमिटेशन करने के आरोप लगाए हैं. साथ ही शिमला उपायुक्त को भी अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए नियमों से बाहर जाकर काम न करने के चेतावनी दी है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि शिमला नगर निगम की डीलिमिटेशन को लेकर हाईकोर्ट ने आज जो फैसला (e-delimitation of Shimla Municipal Corporation) सुनाया है, वह स्वागत योग्य है. उन्होंने कहा कि अभी 2 वार्डों के लिए फैसला है और अन्य वार्डों में भी इस तरह की कहीं गलत तरीके से डीलिमिटेशन की गई होगी तो कांग्रेस उनको लेकर भी हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बीजेपी ने न केवल कुछ वार्ड में पुनर्सीमांकन में गड़बड़ी की है, बल्कि कई अन्य वार्ड भी ऐसे हैं जहां अपने फायदे के लिए गलत तरीके से पुनर्सीमांकन किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में और याचिकाएं भी दायर करेगी.
उन्होंने शिमला के विधायक और हिमाचल प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (vikramaditya singh on suresh Bhardwaj) ने अपने फायदे के लिए शक्तियों का गलत तरीके से इस्तेमाल कर डीलिमिटेशन करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सुरेश भारद्वाज को इस बात का अंदाजा हो गया है कि उनकी राजनीतिक विकेट गिरने वाली है. उन्होंने शिमला उपायुक्त के साथ मिलकर नगर निगम चुनावों (vikramaditya singh on shimla mc election) को लेकर इस तरह का ताना बाना बुना है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिमला उपायुक्त ने भी अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए गलत तरीके से कार्य के किया है. उन्होंने कहा कि सरकार के इशारों पर काम कर रहे अधिकारी भी अपनी सेवा शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं. ओर जो अधिकारी सरकार को खुश करने के लिए नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, कांग्रेस सरकार आने पर उनके खिलाफ इंक्वायरी बिठाई जाएगी.
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