शिमलाः केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पर्यावरण दिवस पर प्रदेश की जनता से पेड़ लगाने का आह्वान किया है, ताकि प्रदेश के वातावरण को स्वच्छ बनाने में मदद मिल सके. अनुराग ठाकुर ने लोगों से पर्यावरण संरक्षण करने और ज्यादा से ज्यादा पौधे लगा कर धरा को हरा भरा बनाए रखने की अपील की है.
पर्यावरण दिवस पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि भूत नहीं, लेकिन भविष्य को बदलना हमारे हाथों में है. शुद्ध हवा, स्वच्छ जल, निश्चल पर्यावरण पर सबका हक हैं. आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए इसका प्रबंध करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है. जैव विविधता की रक्षा, जल संरक्षण व वृक्षारोपण पर्यावरण के प्रति मनुष्य का प्रथम कर्तव्य है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत की जनसंख्या दुनिया की 16 फीसदी है व पशुओं की संख्या भी 16 फीसदी है. जमीन और खाद्य दोनों की ही मूलभूत आवश्यकता है. विश्व की तुलना में भारत में भूमि केवल 2.5 प्रतिशत व बारिश 4 प्रतिशत है, फिर भी जैव विविधता में भारत अग्रणी है. दुनिया की 8 प्रतिशत जैव विविधता भारत में है. इसका मुख्य कारण भारतीय संस्कृति का प्रकृति के प्रति विशेष सम्मान और सहजीवन की भावना में विश्वास करना है. ग्लोबल वर्मिंग और पेड़ों के भारी कटान के चलते पृथ्वी और जलवायु का संतुलन बिगड़ रहा है. पर्यावरण का संरक्षण करना और वृक्षों के कटना को रोकना हमारा नैतिक कर्तव्य है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मेरा आप सब से अनुरोध है कि पेड़ों को कटने से बचायें और ज्यादा से ज्यादा संख्या में पेड़ लगा कर पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अपना सहयोग करें.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के दूसरे तरीकों सहित बाढ़ और अपरदन से बचाने के लिए सौर जल तापक, सौर स्रोतों के माध्यम से ऊर्जा उत्पादन, नये जल निकासी तंत्र का विकास करने के लिए आम लोगों को बढ़ावा देना, पानी बिजली को बढ़ावा देना, जंगल प्रबंधन पर ध्यान देना, ग्रीन हाउस गैसों का प्रभाव घटाना, बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए हाइड्रो शक्ति का इस्तेमाल, निम्निकृत भूमि पर पेड़ लगाने के से बायो-ईंधन के उत्पादन को बढ़ावा देकर हम पर्यावरण को संरक्षित कर धरा को स्वस्थ व सुंदर बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं.
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