किन्नौर: जिला किन्नौर में कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी व प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी के बीच 7 जून को रिकांगपिओ के एक जनमंच पर आपस मे बहुत बहसबाजी हुई थी. इसके बाद अब भी दोनों में राजनीतिक तकरार जारी है.
प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने कहा कि किन्नौर विधायक जगत सिंह नेगी जो कांग्रेस समर्थित है उन्हें प्रदेश सरकार की योजनाएं व किन्नौर के विकास रास नहीं आ रहा है. सूरत नेगी ने विधायक होते हुए भी जगत सिंह नेगी सरकार व उनके नुमाईंदों के लिए वे अनापशनाप कहते रहते है जबकि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूरे पांच साल जगत सिंह नेगी केवल प्रदेश की यात्राओं में व्यस्त रहे.
उन्होंने किन्नौर के अंदर उस वक्त लोकल एरिया डवलेपमेंट अथॉरिटी (लाडा) के रुपयों का दुरुपयोग किया गया. उन्होंने कांग्रेस के अन्य स्थानीय नेताओं पर आरोप लगाया कि वे किन्नौर के अंदर सोशल मीडिया पर सरकार व प्रशासन में बारे में गलत धारणाएँ फैलाने का काम कर रहे हैं.
सूरत नेगी ने प्रदेश सरकार द्वारा किन्नौर के विकास को दिए गए बजट के बारे में बताया कि किन्नौर के तीनों ब्लॉकों के लिए स्पेशल पैकेज पहले भी आया था और अभी भी केंद्र सरकार को बजट के लिए एस्टिमेट बनाकर भेजा है. उन्होंने जगत सिंह पर आरोप लगाया है कि विधायक रहते जगत नेगी ने किन्नौर में रिकांगपिओ से करछम के लिए शिलती सड़क का उद्धघाटन किया था जिसमें आज तक कोई वाहन नहीं चला है.