शिमला: सांध्यकालीन महाविद्यालय में चल रहे राज्य पुस्तकालय के दूसरे खंड गांधी भवन पुस्तकालय को बिना किसी नोटिस के ही सोमवार को बंद कर दिया गया है. पुस्तकालय को इस तरह से बंद करने पर यहां पढ़ने के लिए आने वाले छात्र आक्रोश में हैं.
छात्र सुबह 6 बजे से पहले ही पुस्तकालय में पढ़ने के लिए आ गए थे और यहां आने के बाद छात्रों को पता चला कि इस पुस्तकालय को अंबेडकर भवन में स्थानांतरित किया गया है. छात्रों को ये भी नहीं बताया गया कि पुस्तकालय को क्यों बंद किया जा रहा है और उन्हें इसकी जानकारी लेने के लिए शिक्षा निदेशालय भेज दिया गया. जब तक छात्र निदेशालय से पुस्तकालय पहुंचे तो छात्रों की किताबें भी पुस्तकालय के बाहर निकाल दी गई थी.
पुस्तकालय बंद होने के विरोध में पहले तो छात्र इस पुस्तकालय के बाहर ही पढ़ने के लिए बैठ गए और उसके बाद सभी छात्र ऐतिहासिक रिज मैदान पर स्थित राज्य पुस्तकालय के भवन के बाहर एकत्र हुए और आगामी आंदोलन की रणनीति बनाई. ऐसे में छात्रों ने मांग की है कि कि चार दिन के अंदर प्रदेश शिक्षा विभाग और सरकार केनेडी चौक में बनाये गए अंबेडकर भवन के पुस्तकालय खोला जाए. वरना आंदोलन किया जाएगा.
छात्रों का कहना है कि पहले ही राज्य पुस्तकालय में सुविधाओं का अभाव है. ऐसे में छात्र इन दोनों पुस्तकालयों में अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए आते थे. छात्रों ने बताया कि जब पुस्तकालय की समस्याओं को लेकर वो मुख्यमंत्री के पास शनिवार को गए थे. उन्होंने हर समस्या के समाधान की बात कही थी, लेकिन पुस्तकालय ही बंद कर दिया जाएगा, इसकी उनको भनक नहीं थी.
छात्रों का कहना है कि सरकार छात्रों की सुविधा के लिए पुस्तकालय के लिए बनाए गए नए भवन को खोले ओर वहां छात्रों के बैठने की क्षमता को भी बढ़ाए. इसके साथ ही रिज मैदान पर स्थित राज्य पुस्तकालय को 24/7 किया जाए, ताकि छात्र रात को भी यहां पढ़ सकें.
शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने भी छात्रों को यही आश्वासन दिया कि जल्द ही राज्य पुस्तकालय के लिए बनाए गए नए भवन को खोला जाएगा ताकि छात्रों को सभी सुविधाएं मिल सके.