शिमला: निजी स्कूलों के खिलाफ उच्च शिक्षा निदेशालय का अभिभावकों ने दोबारा से घेराव किया है. सिर्फ ट्यूशन फीस की वसूली के आदेश जारी करने की मांग को लेकर अभिभावक मंच ने उच्च शिक्षा निदेशालय के बाहर प्रदर्शन किया और सरकार से बयानबाजी करने के बजाय अधिसूचना जारी करने की मांग की.
मंच के सदस्यों ने मंत्री पर लगाए आरोप
मंच ने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री केवल बयान दे रहे हैं और इसके लिए कोई निर्देश नहीं दे रहे हैं. जिसके चलते मंत्री के बयान संदेह के घेरे में आ गया है. मंच के पदाधिकारियों ने मांग करते हुए कहा कि ट्यूशन फीस के अलावा एनुअल चार्जेज सहित सभी तरह के चार्जेज पर रोक लगाने के लिए जल्द से जल्द अधिसूचना जारी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों की एनुअल चार्जेज, कंप्यूटर फीस, स्मार्ट क्लास रूम व अन्य चार्जेज की वसूली पर रोक न लगाई गई तो आंदोलन तेज होगा.
निजी स्कूल प्रबंधक पर मनमानी करने का आरोप
मंच के संयोजक विजेंदर मेहरा ने कहा कि निजी स्कूल प्रबंधक मनमर्जी से अभिभावकों से फीस वसूल रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. शिक्षा निदेशालय द्वारा निजी स्कूलों को पीटीए के साथ मिलकर मामला सुलझाने के निर्देश दिए थे लेकिन किसी भी स्कूल में पीटीए नहीं है. स्कूल प्रबंधक लगातार अभिभावकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं.
प्रदर्शन की चेतावनी
विजेंदर मेहरा का कहना है कि फीस वसूली के मामलों को लेकर शिक्षा मंत्री सिर्फ ट्यूशन फीस वसूलने के बयान तो दे रहे हैं लेकिन इसको लेकर अधिसूचना जारी नहीं कर रहे हैं. जब तक निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम नहीं लगा दी जाती है, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. 24 और 28 दिसंबर को भी प्रदेश भर में प्रदर्शन होंगे.