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राजनीतिक चर्चाओं का अड्डा है शिमला का इंडियन कॉफी हाउस, PM मोदी भी हैं यहां की Coffee के मुरीद

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1990 के दशक में जब हिमाचल भाजपा के प्रभारी हुआ करते थे, तो रोजाना इंडियन कॉफी हाउस में कॉफी की चुस्की के साथ संगठन को मजबूत करने का काम करते थे. दिनभर कॉफी की चुस्कियों के साथ यहां कई बार सरकारें बनती हैं और कई बार सरकार गिरती हैं.

राजनीतिक चर्चाओं का अड्डा है शिमला का इंडियन कॉफी हाउस
राजनीतिक चर्चाओं का अड्डा है शिमला का इंडियन कॉफी हाउस
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Published : Aug 4, 2021, 8:57 PM IST

शिमलाः मन जब भी कॉफी पीने का करता है, तो पैर खुद ब खुद इंडियन कॉफी हाउस की ओर मुड़ जाते हैं. साल 1957 में बना शिमला का मशहूर इंडियन कॉफी हाउस देशभर में कॉफी के अनूठे स्वाद के लिए जाना जाता है. शिमला में इसे राजनीतिक चर्चाओं के अड्डे के तौर पर भी जाना जाता है.

दिनभर कॉफी की चुस्कियों के साथ यहां कई बार सरकारें बनती हैं और कई बार सरकार गिरती हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1990 के दशक में जब हिमाचल भाजपा के प्रभारी हुआ करते थे, तो रोजाना यहां कॉफी की चुस्की के साथ संगठन को मजबूत करने का काम करते थे.

वीडियो

27 अप्रैल 2017 को जब पीएम नरेंद्र मोदी एक रैली को संबोधित करने रिज पहुंचे, तो उन्होंने इंडियन कॉफी हाउस में पत्रकारों के साथ यादों को भी साझा किया. इसके बाद दिसंबर 2017 में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना काफिला रूकवाकर यहां कॉफी का लुत्फ उठाया.

इंडियन कॉफी हाउस के मैनेजर आत्माराम बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी किसी आम ग्राहक की तरह रोजाना यहां आते थे, लेकिन शायद तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा कि यह इंडियन कॉफी हाउस के लिए गर्व और प्रसन्नता का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में आज भी यहां की यादें हैं.

इसके अलावा बीजेपी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी भी यहां की मशहूर कॉफी का स्वाद चख चुके हैं. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू दिल्ली के इंडियन कॉफी हाउस में कॉफी पीते रहे हैं. शिमला को बॉलीवुड फिल्म की शूटिंग के लिए भी जाना जाता है. जब भी कोई कलाकार शिमला पहुंचता है, तो इंडियन कॉफी हाउस की मशहूर कॉफी का स्वाद चखना नहीं भूलता.

शिमला के इंडियन कॉफी हाउस के मैनेजर आत्माराम शर्मा ने बताया कि साल 1957 में उत्तराखंड के श्याम नेगी और मद्रास के ए.के. नैय्यर ने कॉफी हाउस की स्थापना की थी. ऐतिहासिक महत्व बनाए रखने के लिए इंडियन कॉफी हाउस में काम करने वाले वेटर पारंपरिक वर्दी में नजर आते हैं. सबसे खास बात यह है कि साल 1957 से अब तक कॉफी हाउस की बनावट को भी नहीं छेड़ा गया है.

बता दें कि इस इंडियन कॉफी हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और लालकृष्ण आडवाणी सहित कई फिल्मी स्टार कॉफी का आनंद उठा चुके हैं. पर्यटकों का भी यह पसंदीदा स्थान है. कई मुद्दों पर शहर के लोग या नेताओं को चर्चा करते हुए आसानी से देखा जा सकता है.

ये भी पढ़ें: चीन में भी बढ़ी हिमालयी सीबकथोर्न की मांग, गंभीर बीमारियों की दवाओं के लिए हो रहा रिसर्च

शिमलाः मन जब भी कॉफी पीने का करता है, तो पैर खुद ब खुद इंडियन कॉफी हाउस की ओर मुड़ जाते हैं. साल 1957 में बना शिमला का मशहूर इंडियन कॉफी हाउस देशभर में कॉफी के अनूठे स्वाद के लिए जाना जाता है. शिमला में इसे राजनीतिक चर्चाओं के अड्डे के तौर पर भी जाना जाता है.

दिनभर कॉफी की चुस्कियों के साथ यहां कई बार सरकारें बनती हैं और कई बार सरकार गिरती हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1990 के दशक में जब हिमाचल भाजपा के प्रभारी हुआ करते थे, तो रोजाना यहां कॉफी की चुस्की के साथ संगठन को मजबूत करने का काम करते थे.

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27 अप्रैल 2017 को जब पीएम नरेंद्र मोदी एक रैली को संबोधित करने रिज पहुंचे, तो उन्होंने इंडियन कॉफी हाउस में पत्रकारों के साथ यादों को भी साझा किया. इसके बाद दिसंबर 2017 में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना काफिला रूकवाकर यहां कॉफी का लुत्फ उठाया.

इंडियन कॉफी हाउस के मैनेजर आत्माराम बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी किसी आम ग्राहक की तरह रोजाना यहां आते थे, लेकिन शायद तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा कि यह इंडियन कॉफी हाउस के लिए गर्व और प्रसन्नता का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में आज भी यहां की यादें हैं.

इसके अलावा बीजेपी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी भी यहां की मशहूर कॉफी का स्वाद चख चुके हैं. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू दिल्ली के इंडियन कॉफी हाउस में कॉफी पीते रहे हैं. शिमला को बॉलीवुड फिल्म की शूटिंग के लिए भी जाना जाता है. जब भी कोई कलाकार शिमला पहुंचता है, तो इंडियन कॉफी हाउस की मशहूर कॉफी का स्वाद चखना नहीं भूलता.

शिमला के इंडियन कॉफी हाउस के मैनेजर आत्माराम शर्मा ने बताया कि साल 1957 में उत्तराखंड के श्याम नेगी और मद्रास के ए.के. नैय्यर ने कॉफी हाउस की स्थापना की थी. ऐतिहासिक महत्व बनाए रखने के लिए इंडियन कॉफी हाउस में काम करने वाले वेटर पारंपरिक वर्दी में नजर आते हैं. सबसे खास बात यह है कि साल 1957 से अब तक कॉफी हाउस की बनावट को भी नहीं छेड़ा गया है.

बता दें कि इस इंडियन कॉफी हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और लालकृष्ण आडवाणी सहित कई फिल्मी स्टार कॉफी का आनंद उठा चुके हैं. पर्यटकों का भी यह पसंदीदा स्थान है. कई मुद्दों पर शहर के लोग या नेताओं को चर्चा करते हुए आसानी से देखा जा सकता है.

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