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मौसम की मार! किन्नौर में बारिश और बर्फबारी से सेब बागवानों को भारी नुकसान - snowfall in kinnaur

किन्नौर में बारिश और बर्फबारी ने सेब बागवानों को भारी नुकसान हुआ. वहीं, उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक (Deputy Commissioner Abid Hussain Sadiq) ने जानकारी देते हुए बताया कि लगातार दो दिन बारिश और बर्फबारी के चलते जिले में नुकसान हुआ, जिसके आकलन के लिए संबंधित विभागों को मौके पर भेजा गया.

किन्नौर में बर्फबारी ने मचाई तबाही
किन्नौर में बर्फबारी ने मचाई तबाही
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Published : Oct 19, 2021, 12:38 PM IST

Updated : Oct 19, 2021, 2:23 PM IST

किन्नौर: जिले में दो दिन से हो रही बारिश और बर्फबारी ने सेब बागवानों (apple gardeners) को भारी नुकसान पहुंचाया. वहीं, विभिन्न क्षेत्रों में पहाड़ों से पत्थरों के गिरने के साथ नदी-नालों से मलबा आने से भी नुकसान हुआ. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी (snowfall) के चलते सेब बागवानों को काफी नुकसान हुआ है. पूह खंड के करीब 24 गांवों में सेब बागवानों को बगीचों में नुकसान हुआ. वहीं, कल्पा खंड (Kalpa Khand) के भी कई गांवों में बर्फबारी के चलते बागवानों के बगीचों में बर्फबारी ने तबाही मचाई.

सेब की टहनियां टूटकर जमीन पर बिखर गई. इसके चलते बागवानों की साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया. वहीं, उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक (Deputy Commissioner Abid Hussain Sadiq) ने जानकारी देते हुए बताया कि लगातार दो दिन बारिश और बर्फबारी के चलते जिले में नुकसान हुआ, जिसके आकलन के लिए संबंधित विभागों को मौके पर भेजा गया. पूरी जानकारी मिलने के बाद पता चल पाएगा कितना नुकसान हुआ है.

वीडियो.

वहीं, विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला किन्नौर में इससे पूर्व भी अप्रैल माह में बर्फबारी से सेब के पेड़ों को नुकसान हुआ था. उस समय सरकार द्वारा जिले के बागवानों को यही रूप से मुआवजा नहीं दिया गया था. ऐसे में उन्होंने सरकार को सेब सीजन के दौरान हुई बर्फबारी से नुकसान का सही तरीके से मूल्यांकन कर मुआवजा देने की मांग की है.

ये भी पढ़ें :मणिकर्ण के कालगा गांव में 3 मकान जलकर राख, प्रशासन मौके पर

ये भी पढ़ें :रावण ने भी माता सीता को मजबूर समझा था, लेकिन आगे क्या हुआ वो इतिहास है: विक्रमादित्य सिंह

किन्नौर: जिले में दो दिन से हो रही बारिश और बर्फबारी ने सेब बागवानों (apple gardeners) को भारी नुकसान पहुंचाया. वहीं, विभिन्न क्षेत्रों में पहाड़ों से पत्थरों के गिरने के साथ नदी-नालों से मलबा आने से भी नुकसान हुआ. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी (snowfall) के चलते सेब बागवानों को काफी नुकसान हुआ है. पूह खंड के करीब 24 गांवों में सेब बागवानों को बगीचों में नुकसान हुआ. वहीं, कल्पा खंड (Kalpa Khand) के भी कई गांवों में बर्फबारी के चलते बागवानों के बगीचों में बर्फबारी ने तबाही मचाई.

सेब की टहनियां टूटकर जमीन पर बिखर गई. इसके चलते बागवानों की साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया. वहीं, उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक (Deputy Commissioner Abid Hussain Sadiq) ने जानकारी देते हुए बताया कि लगातार दो दिन बारिश और बर्फबारी के चलते जिले में नुकसान हुआ, जिसके आकलन के लिए संबंधित विभागों को मौके पर भेजा गया. पूरी जानकारी मिलने के बाद पता चल पाएगा कितना नुकसान हुआ है.

वीडियो.

वहीं, विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला किन्नौर में इससे पूर्व भी अप्रैल माह में बर्फबारी से सेब के पेड़ों को नुकसान हुआ था. उस समय सरकार द्वारा जिले के बागवानों को यही रूप से मुआवजा नहीं दिया गया था. ऐसे में उन्होंने सरकार को सेब सीजन के दौरान हुई बर्फबारी से नुकसान का सही तरीके से मूल्यांकन कर मुआवजा देने की मांग की है.

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Last Updated : Oct 19, 2021, 2:23 PM IST
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