शिमला: शहरवासियों को आप टेस्ट करवाने के लिए आईजीएमसी में लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा, बल्कि शहर में ही अब शुगर ब्लड टेस्ट सहित कई प्रकार के टेस्ट की सुविधा मिलेगी. नगर निगम ने शहर में लैब के लिए जगह का चयन कर लिया है और 10 अक्टूबर तक इस लैब को शुरू करने का नगर निगम ने फैसला लिया है. मंगलवार को नगर मेयर सत्या कौंडल, आयुक्त आशीष कोहली सहित सभी अधिकारियों व पार्षदों के लैब के लिए स्थल का निरीक्षण किया.
इस दौरान रिज मैदान ओर घोड़ा स्टेड के नीचे बने स्थल का दौरा किया. यहां पर सीलन ज्यादा होने के कारण यहां की बजाय रानी झांसी पार्क में बने भवन में फिलहाल इसे चलाने का फैसला लिया है. नवरात्रि में ही इसे शुरू करने की तैयारी चल रही है. शहर में लंबे समय से निगम की ये लैब बंद पड़ी थी. अब इसे चलाने का फैसला लिया गया है. नगर निगम 35 लाख की लागत से टेस्ट के लिए मशीनें खरीदने की तैयारी में है.
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नगर निगम महापौर सत्या कौंडल (Municipal Corporation Mayor Satya Kaundal) ने कहा कि लंबे समय से नगर निगम की लैब बंद पड़ी थी और इसे दोबारा शुरू किया जा रहा है. इस लैब के शुरू होने से शहरवासियों को काफी राहत मिलेगी और लोगों को आईजीएमसी अन्य अस्पतालों में टेस्ट करवाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा बल्कि एक छत के नीचे सभी टेस्ट की सुविधा मिलेगी.
पहले जहां नगर निगम की लैब चल रही थी, वहां पर काफी सीलन आ रही थी. वहीं, रानी झांसी पार्क में म्यूजिकल कॉरपोरेशन फेडरेशन (Musical Corporation Federation at Rani Jhansi Park) के कर्मचारियों को दिए गए जगह में फिलहाल ये लैब चलाई जाएगी और फेडरेशन को अन्य जगह कार्यालय दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह जगह शहरों के बीचो-बीच है जिससे लोगों को काफी सुविधा मिलेगी.
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बता दें कि शिमला शहर में अंग्रेजों के समय से नगर निगम की लैब (municipal lab) चल रही थी, लेकिन पिछले 6-7 सालों से बंद पड़ी थी. वहीं, नगर निगम ने अपने बजट में भी इस लैब को दोबारा से शुरू करने की घोषणा की थी लेकिन 4 सालों से यह लैब नगर निगम शुरू नहीं कर पाया. वहीं, अब नगर निगम ने फिर से इस लैब को शुरू करने की कसरत शुरू कर दी है.