शिमलाः राजधानी शिमला में कोरोना वायरस के चलते मास्क और सेनिटाइजर की खपत बढ़ गई है. मास्क की खपत को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर की सभी मेडिकल दुकानों में छापेमारी की है और दुकानदारों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं.
दुकानों में मास्क की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से डीसी ऑफिस में काउंटर स्थापित कर लोगों को मास्क उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. बुधवार को जिला प्रशासन ने रेडक्रॉस के सहयोग से मास्क वितरित काउंटर स्थापित किया गया जिसमें मास्क लेने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी और प्रशासन द्वारा उठाए इस कदम की सराहना की.
लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते जिला में मास्क की कमी देखी जा रही है जिसके चलते बाजार में मास्क और सेनिटाइजर लोगों को पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहे हैं. लोगों का कहना है कि बाजार में जो मास्क और सेनिटाइजर मेडिकल दुकानों में मिल रहे हैं उनकी कीमत भी दोगुना हो गई है.
डीसी शिमला अमित कश्यप ने बताया कि कोरोना वायरस पूरे विश्व में एक माहामारी का रूप धारण कर चुकी है. अभी तक इस बीमारी की रोकथाम के लिए कोई दवा नहीं बन पाई है इसलिए इस बीमारी के संक्रमण से केवल बचाव और साफ सफाई से ही बचा जा सकता है. उन्होंने बताया कि मास्क की कमी से को पूरा करने के लिए कंडा जेल विभाग से सम्पर्क किया गया है जहां प्रशिक्षित कैदी डबल लेयर वाले मास्क तैयार कर रहे हैं.
डीसी शिमला ने मेडिकल दुकानदारों को मास्क और सेनिटाइजर की कालाबाजारी न करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि यदि कोई दुकानदार कालाबाजारी करता हुआ पकड़ा जाता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया प्रशासन की टीम लगातार शहर की सभी मेडिकल दुकानों का निरीक्षण कर रही हैं और हिदायत दे रही है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोगों को प्रर्याप्त मात्रा में सहयोग करें.
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