रामपुर बुशहर: हिमाचल विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो (Himachal assembly election Date) गया है. ऐसे में राजनीतिक दल भी सक्रिय नजर आ रहे हैं. वहीं, अगर हिमाचल प्रदेश के रामपुर बुशहर विधानसभा सीट की अगर बात करें तो इस सीट का इतिहास काफी खास है. यहां कमल अभी तक एक बार भी नहीं खिल पाया है. रामपुर बुशहर विधानसभा सीट हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण सीट में शामिल है. इस सीट पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है. यहां 2017 के विधानसभा चुनाव (himachal assembly election 2017) में कांग्रेस के नंद लाल (Nand lal) को जीत हासिल हुई थी, जबकि बीजेपी के प्रेम सिंह (prem singh) दूसरे स्थान पर थे. इस दौरान कांग्रेस के नंद लाल को 48.2 प्रतिशत वोट और बीजेपी के प्रेम सिंह को 40.7 प्रतिशत वोट मिले थे. अब देखना ये होगा कि 2022 में रामपुर बुशहर सीट की दावेदारी किसके हाथ आएगी.
कब कौन जीता: इस सीट पर 1972 में (Rampur Assembly Seat) कांग्रेस के नेक राम नेगी, 1977 में जेएनपी के निन्जू राम, 1982 में कांग्रेस के सिंघी राम, 1985 में एक बार कांग्रेस से नेक राम नेगी और 1990, 1993, 1998 और 2003 तक लगातार कांग्रेस के सिंघी राम का ही कब्जा रहा. इसके बाद 2007 में कांग्रेस के नंद लाल, 2012 में कांग्रेस के नंद लाल, और 2017 में एक बार फिर कांग्रेस के नंद लाल को यहां से जीत हासिल हुई.
क्या रहा 2017 विधानसभा चुनाव का परिणाम?: साल 2017 के (Rampur Bushahr Assembly Seat) विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो इस वर्ष कांग्रेस के नंद लाल कुल 25,730 वोटों से पहले स्थान पर रहे और बीजेपी के प्रेम सिंह द्रैक 21,693 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे. वहीं, आईएनडी के सिंघी राम 3,800 वोटों से तीसरे स्थान पर रहे.
इस बार 55 लाख से ज्यादा मतदाता: इस बार हिमाचल विधानसभा चुनाव में 55,07,261 मतदाता वोट डालेंगे. जिनमें से 27,80,208 पुरुष और 27,27,016 महिला मतदाता हैं. इस बार 37 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. प्रदेश में 1184 मतदाता ऐसे भी हैं जिनकी उम्र 100 साल से उससे अधिक है. जबकि 1.2 लाख वोटर 80 साल से अधिक हैं. मतदाताओं के लिहाज से कांगड़ा की सुलह सीट पर सबसे अधिक 1,04,486 मतदाता हैं. जबकि लाहौल स्पीति विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ 24,744 वोटर हैं. (Voters in Himachal).
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