शिमला: फेस्टिव सीजन के चलते राजधानी में अब जाम की समस्या विकराल हो गई है. लोगों का मिनटों का सफर अब घंटों में तय हो रहा है. इन दिनों शहर में गाड़ियों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ चुकी है. जहां पर्यटक अधिक मात्रा में पहुंच रहे हैं, वहीं अब स्थानीय लोग भी बाजारों की ओर ज्यादा रूख कर रहे हैं.
वाहनों की अधिक आवाजाही होने से शहर में जाम लग रहा है. जाम की समस्या से निपटने के शिमला पुलिस के दावे फेल होते दिखाई दे रहे हैं. शहर में रोजाना घंटों लग रहे जाम की वजह से स्कूली बच्चों, कर्मचारियों, आम जनता के साथ-साथ पर्यटकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. पुलिस प्रशासन की लापरवाही और ट्रैफिक प्लान ना होने से जनता में काफी रोष है.
शहर में जाम लगने का मुख्य कारण सड़क किनारे बेतरतीब ढंग से खड़ी की गई गाड़ियां हैं. जिस वजह से लोगों को घंटों ट्रैफिक में इंतजार करना पड़ता है. हालांकि शिमला पुलिस ऐसे लोगों के चालान भी काटती है, लेकिन कुछ लोग फिर भी नियमों की अवहेलना करते हैं.
इस संबंध में डीएसपी कमल वर्मा ने बताया कि शहर में वाहनों की संख्या बढ़ने की वजह से जाम की समस्या पेश आती है. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी जाम से निजात दिलाने के लिए सड़कों पर तैनात हैं और जाम की स्थिति पैदा न हो इसके पूरे प्रयास किये जा रहे हैं. वहीं, जो लोग सड़कों पर बेतरतीब ढंग से वाहनों को खड़ा करते हैं, उनके चालान भी किए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें : प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जीएस बाली को दी गई श्रद्धांजलि, पार्टी के सभी कार्यक्रम रद्द