शिमला: सांसद अनुराग ठाकुर की तर्ज पर हिमाचल में सभी संसदीय क्षेत्रों में खेल महाकुंभ (Khel Mahakumbh in Himachal) आयोजित किए जाएंगे. खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि 2 जनवरी को धर्मशाला में पहली बैठक होगी. पायलट आधार पर इस महाकुंभ का आयोजन सुलह (First Khel Mahakumbh in Sulah) विधानसभा क्षेत्र से होगा. इसके बाद शिमला और मंडी में बैठकें होगी और इन संसदीय क्षेत्रों में खेल महाकुंभ के आयोजन को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी.
मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि खेल महाकुंभ को लेकर प्रदेश सचिवालय में बैठक आयोजित की गई इसमें दो कमेटियों का गठन किया गया है. पहली कमेटी को डायरेक्टर स्पोर्ट्स और दूसरी कमेटी को डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स हेड करेंगे. यह कमेटियां 5 जनवरी को अपनी विस्तृत रिपोर्ट देंगी जिसके आधार पर आगे इस आयोजन की तैयारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि खेलों का आयोजन पहले विधानसभा स्तर पर किया जाएगा. इसके बाद जिला स्तर पर प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जाएगी और फिर संसदीय क्षेत्र स्तर पर. संसदीय क्षेत्रों की टीमों के मुकाबले अंत में करवाए जाएंगे.
मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि विजेताओं को खेलों से संबंधित (Sports Minister Rakesh Pathania in shimla) सभी सुविधाएं प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की कोचिंग को लेकर भी विशेष व्यवस्था की जाएगी. सभी जिलों में एक-एक खेल लेकर स्पोर्ट सेंटर विकसित किए जा रहे हैं. इन सेंटर में खिलाड़ियों की कोचिंग की व्यवस्था भी की जाएगी. खेल महाकुंभ में वॉलीबॉल, कबड्डी, रेसलिंग, क्रिकेट, एथलेटिक्स, बैडमिंटन और कुश्ती को शामिल किया गया है. राकेश पठानिया ने कहा कि विजेताओं को राज्य सरकार की तरफ के प्रमाण पत्र भी जारी किए जाएंगे, ताकि नौकरी में खिलाड़ियों को इसका लाभ मिल सके.
हिमाचल से जाएगा 100 खिलाड़ियों का दल: केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के द्वारा 25 वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन 12 जनवरी से 16 जनवरी तक पांडुचेरी में किया जाएगा. इनमें हिमाचल प्रदेश से करीब 100 खिलाड़ी भाग लेंगे. पहले यह आयोजन धर्मशाला में प्रस्तावित था, लेकिन आयोजन से पहले धर्मशाला में सर्वे करने आई टीम ने हिमाचल का वेन्य रिजेक्ट कर दिया.
टीम का कहना था कि यहां मौसम ठंडा होने के कारण साउथ के खिलाड़ियों को काफी परेशानी आ सकती है. जिसके चलते बाद में पांडुचेरी को खेलों के आयोजन के लिए उपयुक्त माना गया. खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि हिमाचल से दो कैटेगरी में खिलाड़ी इस आयोजन में भाग लेंगे. पहली स्पर्धात्मक खेलें हैं जिनमें इनाम दिए जाएंगे. दूसरी कैटेगरी कला और संस्कृति से जुड़ी हुई होगी. इनमें नाटी, गिद्दा, पहाड़ी गीत जैसी प्रस्तुतियां होगीं. इनके माध्यम से युवा अपने राज्य के पारंपरिक नृत्य और संगीत की झलक प्रस्तुत करेंगे.
5 जनवरी की कैबिनेट में खेल नीति पर भी होगी चर्चा: न्यू पॉलिसी को लेकर राकेश पठानिया ने कहा कि राज्य के लिए खेल नीति जल्द ही जारी हो जाएगी. हाल ही में खेल संघों की तरफ से निवेदन किया था. कि स्पोर्ट्स पॉलिसी में कुछ विषयों पर वे भी अपनी राय रखना चाहते हैं. जिसके चलते ऊना में कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर की अध्यक्षता में खेल संघों के प्रतिनिधियों से बात की गई है.
अब 5 जनवरी को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक (Himachal cabinet meeting) में खेल नीति पर चर्चा होने की उम्मीद है. दरअसल खेल संघों की कमान खिलाड़ियों के हाथ देने वाले राकेश पठानिया के बयान के बाद खेल संघों में हड़कंप मच गया था. प्रदेश में अधिकतर खेल संघों की कमान राजनेताओं के हाथ में है. ऐसे में इन नेताओं की तरफ से भीतर ही भीतर विरोध के स्वर उठना शुरू हो गए थे.
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