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पंचायत चुनाव: वार्डबंदी के बाद जारी होगी सभी पंचायतों की अंतिम वोटर लिस्ट

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Published : Nov 17, 2020, 1:14 PM IST

Updated : Nov 17, 2020, 2:50 PM IST

हिमाचल में पंचायत चुनाव की हलचल शुरू हो गई है. नई पंचायतों के गठन को लेकर यदि स्थानीय स्तर पर जनता की कोई आपत्ति या सुझाव है तो उसे 19 नवंबर तक दर्ज करवाया जा सकेगा.

कॉन्सेप्ट इमेज
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शिमला: हिमाचल में पंचायत चुनाव की हलचल शुरू हो गई है. नई बनी पंचायतों की वार्डबंदी की प्रक्रिया जोरों पर है. बुधवार तक लोगों से आपत्तियां और सुझाव मांगे गए हैं. नई पंचायतों के गठन को लेकर यदि स्थानीय स्तर पर जनता की कोई आपत्ति या सुझाव है तो उसे 19 नवंबर तक दर्ज करवाया जा सकेगा.

उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में चार सौ के करीब नई पंचायतें बनी हैं. सोलन, मंडी और पालमपुर के नगर निगम बनने के बाद समीकरण बदले हैं. कई पंचायतें निगम क्षेत्रों में शामिल की गई हैं. नई पंचायतें भी बनी हैं. इसी तरह 2741 पंचायतों में वोटर लिस्ट का प्रकाशन शुरू हो चुका है. कुल मिलाकर आगामी पंचायत चुनाव के लिए हलचल जोरों पर है.

अगले महीने यानी दिसंबर की 11 तारीख तक पुरानी और नई सभी पंचायतों की अंतिम सूची तैयार हो जाएगी. वोटर लिस्ट तैयार होते ही उन्हें संबंधित जिलों के प्रशासन को भेज दिया जाएगा. नई बनी पंचायतों में वोटर्स की वेरिफिकेशन भी चल रही है. कुछ पंचायतों के निगम क्षेत्रों में शामिल होने के बाद काम बढ़ा है. विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी दिसंबर महीने में है.

कुल पांच दिन का सत्र 11 दिसंबर को संपन्न होगा और उसी के बाद पंचायत चुनाव पर कोई ठोस घोषणा भी हो जाएगी. अगले साल चुनाव की सारी प्रक्रिया पूरी की जानी है. बैलेट पेपर की छपाई भी हो रही है. अभी तक 25 लाख के करीब बैलेट पेपर छपवाए जा चुके हैं.

चुनाव आयोग ने तीन करोड़ के करीब बैलेट पेपर छपवाने हैं. ये काम पंचायतों की वार्ड बंदी और वोटर लिस्ट पूरा होते ही हो जाएगा. चुनाव आयोग के अनुसार प्रदेश के सात जिलों चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सिरमौर, ऊना, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में पंचायतों की सूची फाइनल हो चुकी है. शिमला, सोलन, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू में काम बाकी है.

ये भी पढ़ें: सरकारी पैसों पर अय्याशी कर रहे जयराम सरकार के मंत्री: पीसीसी चीफ

शिमला: हिमाचल में पंचायत चुनाव की हलचल शुरू हो गई है. नई बनी पंचायतों की वार्डबंदी की प्रक्रिया जोरों पर है. बुधवार तक लोगों से आपत्तियां और सुझाव मांगे गए हैं. नई पंचायतों के गठन को लेकर यदि स्थानीय स्तर पर जनता की कोई आपत्ति या सुझाव है तो उसे 19 नवंबर तक दर्ज करवाया जा सकेगा.

उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में चार सौ के करीब नई पंचायतें बनी हैं. सोलन, मंडी और पालमपुर के नगर निगम बनने के बाद समीकरण बदले हैं. कई पंचायतें निगम क्षेत्रों में शामिल की गई हैं. नई पंचायतें भी बनी हैं. इसी तरह 2741 पंचायतों में वोटर लिस्ट का प्रकाशन शुरू हो चुका है. कुल मिलाकर आगामी पंचायत चुनाव के लिए हलचल जोरों पर है.

अगले महीने यानी दिसंबर की 11 तारीख तक पुरानी और नई सभी पंचायतों की अंतिम सूची तैयार हो जाएगी. वोटर लिस्ट तैयार होते ही उन्हें संबंधित जिलों के प्रशासन को भेज दिया जाएगा. नई बनी पंचायतों में वोटर्स की वेरिफिकेशन भी चल रही है. कुछ पंचायतों के निगम क्षेत्रों में शामिल होने के बाद काम बढ़ा है. विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी दिसंबर महीने में है.

कुल पांच दिन का सत्र 11 दिसंबर को संपन्न होगा और उसी के बाद पंचायत चुनाव पर कोई ठोस घोषणा भी हो जाएगी. अगले साल चुनाव की सारी प्रक्रिया पूरी की जानी है. बैलेट पेपर की छपाई भी हो रही है. अभी तक 25 लाख के करीब बैलेट पेपर छपवाए जा चुके हैं.

चुनाव आयोग ने तीन करोड़ के करीब बैलेट पेपर छपवाने हैं. ये काम पंचायतों की वार्ड बंदी और वोटर लिस्ट पूरा होते ही हो जाएगा. चुनाव आयोग के अनुसार प्रदेश के सात जिलों चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सिरमौर, ऊना, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में पंचायतों की सूची फाइनल हो चुकी है. शिमला, सोलन, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू में काम बाकी है.

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Last Updated : Nov 17, 2020, 2:50 PM IST
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