शिमला: लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग कई कार्यक्रम चला रहा है. मतदाताओं को डिजिटल मीडिया, रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा जगह-जगह मतदान के महत्व को लेकर बैनर और होडिंग भी लगाए जा रहे हैं. ये जानकारी अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी डीके रत्न ने दी.
ये भी पढ़ें: नेता प्रतिपक्ष पर सत्ती के बयान पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- BJP प्रदेशाध्यक्ष को लगा गंभीर मानसिक रोग
अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी डीके रत्न ने बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए फ्यूचर वोटरों पर भी आयोग की खास नजर है, जिसके लिए मतदाता जागरूकता अभियान स्वीप का एक्शन प्लान बनाया गया है. स्वीप के प्लान में मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोग ने इस मुहिम के जरिए विभिन्न कार्यक्रमों का लेखाजोखा तैयार किया है और इसका पूरा प्रेजेंटेशन ग्राउंड लेवल पर किया जा रहा है. इसके अलावा पूरे एक्शन प्लान में 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान ऐसे मतदान केंद्र जहां वोटिंग प्रतिशत कम रहा है, वहां मतदान कैसे बढ़ाया जाए इसे लेकर भी काम किया जा रहा है.

अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी डीके रत्न ने बताया कि स्वीप का मतलब सिस्टेमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिशिपेशन है, जिसके तहत आयोग साल भर कई गतिविधियों चलाता है. उन्होंने बताया कि सभी जिलों में बूथ लेवल पर मतदाता साक्षरता क्लब बनाए जा रहे हैं और अलग-अलग एक्टीविटीज से वोटरों को मतदान के लिए जागरूक किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: कॉलेजों के पास HPU से स्थायी मान्यता के लिए बजट नहीं, शिक्षा विभाग सरकार से लगाएगा गुहार
बता दें कि पिछले चुनावों की बात की जाए तो 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में 74.45 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया था. प्रदेश का इससे पहले सर्वाधिक मतदान रिकार्ड 73.5 प्रतिशत था, जो कि 2012 विधानसभा चुनाव में हुआ था.