ETV Bharat / city

हिमाचल प्रदेश में अक्टूबर माह में 375.73 करोड़ रुपये रहा जीएसटी संग्रह

प्रदेश में पिछले वर्ष अक्टूबर माह की तुलना में मासिक जीएसटी (GST) संग्रहण इस वर्ष अक्टूबर माह में ज्यादा हुआ है. विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि वर्तमान वर्ष में अब तक कुल जीएसटी राजस्व वृद्धि 44 फीसदी है. विभिन्न क्षमता निर्माण उपायों के माध्यम से अपने तकनीकी कौशल को उन्नत करके क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की संख्या में वृद्धि की गई है.

more-than-rs-375-crore-gst-collection-in-himachal-in-october
फोटो.
author img

By

Published : Nov 1, 2021, 9:58 PM IST

शिमला: राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग ने जीएसटी के रूप में सितंबर, 2021 में 328.55 करोड़ रुपये एकत्र किए. वर्तमान वित्त वर्ष में अक्टूबर, 2021 तक संचयी जीएसटी संग्रह 2431.19 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष के दौरान 1694.04 करोड़ रुपये था.

विभाग के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि वर्तमान वर्ष में अब तक कुल जीएसटी राजस्व वृद्धि 44 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि राज्य जीएसटी राजस्व संग्रह में इस वित्त वर्ष कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण लगे प्रतिबंधों के बावजूद लगातार सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है.

उन्होंने कहा कि सकारात्मक विकास दर को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कारक शामिल हैं. इनमें शीर्ष करदाताओं की निगरानी, क्षेत्रीय अधिकारियों के प्रदर्शन की नियमित समीक्षा, विभाग द्वारा प्रभावी प्रवर्तन गतिविधियां और ई-वे बिलों का भौतिक सत्यापन आदि शामिल हैं. उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षमता निर्माण उपायों के माध्यम से अपने तकनीकी कौशल को उन्नत करके क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की संख्या में वृद्धि की गई है.

ये भी पढ़ें: सत्ता का सेमी फाइनल: जयराम की होगी जय या हाथ को मिलेगा जनता का साथ, कितनी चलेगी चेतन की 'चाल'

शिमला: राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग ने जीएसटी के रूप में सितंबर, 2021 में 328.55 करोड़ रुपये एकत्र किए. वर्तमान वित्त वर्ष में अक्टूबर, 2021 तक संचयी जीएसटी संग्रह 2431.19 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष के दौरान 1694.04 करोड़ रुपये था.

विभाग के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि वर्तमान वर्ष में अब तक कुल जीएसटी राजस्व वृद्धि 44 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि राज्य जीएसटी राजस्व संग्रह में इस वित्त वर्ष कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण लगे प्रतिबंधों के बावजूद लगातार सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है.

उन्होंने कहा कि सकारात्मक विकास दर को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कारक शामिल हैं. इनमें शीर्ष करदाताओं की निगरानी, क्षेत्रीय अधिकारियों के प्रदर्शन की नियमित समीक्षा, विभाग द्वारा प्रभावी प्रवर्तन गतिविधियां और ई-वे बिलों का भौतिक सत्यापन आदि शामिल हैं. उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षमता निर्माण उपायों के माध्यम से अपने तकनीकी कौशल को उन्नत करके क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की संख्या में वृद्धि की गई है.

ये भी पढ़ें: सत्ता का सेमी फाइनल: जयराम की होगी जय या हाथ को मिलेगा जनता का साथ, कितनी चलेगी चेतन की 'चाल'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.