शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश (Monsoon season in Himachal) ने लोगों को काफी जख्म दिए हैं. जाते-जाते भी मानसून लोगों पर खूब कहर बरपा रहा है. बीते 24 घंटों की बात करें तो प्रदेश में भारी बारिश (Cloudburst in Himachal), भूस्खलन (Landslide in Himachal) और सड़क दुर्घटनाओं में (Road accidents in Himachal) 5 लोगों की मौत हुई है. जबकि 19 लोग घायल हुए हैं. इनमें सबसे ज्यादा मौतें शिमला जिले में हुई हैं. जहां 4 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गवा चुके हैं. वहीं, सिरमौर जिले में 1 की मौत भूस्खलन के चलते हुई है.
32 सड़कें अवरुद्ध: प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते कई क्षेत्रों में सड़कें अभी भी अवरुद्ध हैं. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बारिश के चलते प्रदेश में 32 सड़कें (Roads blocked in Himachal due to rain) अवरुद्ध हैं. जिन्हें बहाल करने का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है. वहीं, विद्युत विभाग और जल शक्ति विभाग की मुस्तैदी के चलते लोगों को बिजली कट और पेयजल की समस्या से दो चार नहीं होना पड़ा.
मानसून में 432 लोगों की मौत: हिमाचल में इस बार मानसून के दौरान जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मानसून सीजन में जान गंवाने वालों का आंकड़ा 432 पहुंच (People died in Monsoon season in Himachal) गया. 29 जून से 2 अक्टूबर तक 769 लोग विभिन्न दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं. जबकि 15 लोग अभी भी लापता चल रहे हैं.
शिमला में 72 लोगों की मौत: मानसून के दौरान शिमला जिले में अब तक सबसे ज्यादा 72 लोगों की जान गई है. जबकि मंडी में 62, कुल्लू में 46, चंबा में 42 और सिरमौर में 48, ऊना में 45 और सोलन में 31 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. उधर, किन्नौर में 9, लाहौल स्पीति में 11, हमीरपुर में 15 और बिलासपुर में 21 लोगों की मौत बारिश की वजह से हुए हादसों में हुई है.
सड़क दुर्घटनाओं में गई सबसे ज्यादा जानें: प्रदेश में मानसून के दौरान सबसे ज्यादा मौतें सड़क दुर्घटनाओं के चलते हुई है. अब तक प्रदेश में 231 लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में गई है. वहीं, पेड़ और चट्टान गिरने से 56, नदी और खड्ड में डूबने से 39, भूस्खलन से 28, बिजली गिरने से 17, बादल फटने से 10, बाढ़ के चलते 3, सांप के काटने से 26 और अन्य दुर्घटनाओं 22 लोगों की मौत हुई है.
मवेशियों पर भी बारिश का कहर: इसके अलावा बरसात ने मवेशियों और जानवरों पर भी कहर बरपाया (Animals died due to monsoon) है. बीते 24 घंटों के अंदर 13 मवेशियों की मौत हुई है. वहीं, 29 जून से 26 सितंबर तक 979 मवेशी अपनी जान गव चुके हैं. जिससे 61.07 लाख रुपये की संपत्ति को नुकसान हुआ है.
2192 करोड़ की संपत्ति तबाह: राज्य में भारी बारिश से अब तक 2192 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई (Property loss due to Monsoon in Himachal) है. बीते 5 सालों में यह नुकसान सबसे ज्यादा है. इस साल 262 घर पूरी तरह जमींदोज हुए हैं. जबकि, 1,172 मकानों को मामूली नुकसान हुआ है. इसके अलावा 1109 गौशालाएं, 173 दुकानें और 63 घराट भी बारिश से तबाह हुए हैं.
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