शिमला: कुल्लू जिला के आनी विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड निरमंड का ऐतिहासिक पर्यटन स्थल बागा सराहन को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग ने पहले चरण का कार्य शुरू कर दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार बागा सराहन के 140 बीघा प्लॉट में से 110 बीघा भूमि को राजस्व विभाग द्वारा बीते कल चयन कर लिया गया है. जिसके बाद अब डीपीआर बनाने का कार्य किया जाएगा और यहां पर पर्यटकों को तमाम तरह की सुविधाएं देने के लिए खाका तैयार किया जाएगा.
बता दें कि प्रदेश के खूबसूरत क्षेत्र को विकसित करने के उद्देश्य से सरकार व पर्यटन विभाग द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना नई राह नहीं मंजिल के तहत बागा सराहन को शामिल किया गया है. डीपीआर में बागासराहन को तमाम तरह की सुविधाओं से लैस और स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाएगा.
बागा सराहन क्षेत्र बहुत ऐतिहासिक व पर्यटन की दृष्टि से बेहद खूबसूरत है यहां पर्यटकों को निहारने के लिए करीब डेढ़ सौ बीघा का समतल मैदान है और इसके चारों और घने देवदार के पेड़ हैं. साथ ही मैदान के बीचों-बीच एक छोटा सा झरना बहता है. कहा जाता है कि पांडवों ने अपने अज्ञातवास का कुछ समय यहां पर बिताया था और भीम ने एक ही रात में इस विशाल मैदान का निर्माण किया था.
भाजपा नेता विदेश निगम ने कहा कि सरकार द्वारा बागा सराहन को नई राह नई मंजिलें योजना के तहत विकसित करने का कदम उठाया गया है. वहीं जिला उप निदेशक बीसी नेगी का कहना है कि क्षेत्र की 110 बीघा भूमि का चयन किया गया है, जिसे सुविधाओं से विकसित किया जाएगा और जल्द डीपीआर बनाकर तैयार कर दी जाएगी.