शिमलाः राजधानी शिमला में ढली फल मंडी को भूस्खलन से हुए नुकसान के चलते बंंद किया गया है. हिमाचल किसान सभा ने फल मंडी को बंद करने के फैसले का विरोध किया है. किसान सभा ने सेब सीजन को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है.
हिमाचल किसान सभा के वित्त सचिव संजय चौहान ने कहा है कि इस भूस्खलन से बागवानों और खरीदारों को हुए नुकसान की भरपाई की जानी चाहिए और सेब सीजन को ध्यान में रखते हुए इसकी वैकल्पिक व्यवस्था तुरंत की जानी चाहिए ताकि किसानों व बागवानों को सेब व सब्जी के चालू सीजन के दौरान कोई परेशानी न हो.
संजय चौहान ने कहा कि वैकल्पिक स्थान का प्रावधान कर सब्जी व फल मंडी को शुरू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसान सभा के पदाधिकारियों ने मंगलवार को किसानों, बागवानों, आढ़तियों व खरीदारों से बातचीत की.
संजय चौहान ने कहा कि ढली मंडी में सेब व भट्टाकुफर में जो भूस्खलन ग्रसित शेड से नीचे का मैदान है, वहां पर एपीएमसी द्वारा तुरंत शेड बनाए जाना चाहिए और कारोबारियों को देकर तुरंत प्रभाव से इसमें मंडी को शुरू किया जाए ताकि किसानों व बागवानों को उनकी सब्जी, सेब और अन्य फल बेचने में कोई परेशानी न हो.
उन्होंने कहा कि ढली मंडी के साथ ही साल 2016 में शुरू की गई. दाड़नी का बगीचा व टूटू में सब्जी मंडियों का भी जल्द निर्माण कर इनको शुरू किया जाना चाहिए. इससे शहर में हो रही भीड़भाड़ व ट्रैफिक जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी और किसानों व कारोबारियों को भी कारोबार के लिए बेहतर स्थान व वातावरण उपलब्ध होगा.
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