शिमला: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने सोमवार को आईजीएमसी के ई-ब्लॉक में स्थापित कोरोना वार्ड का औचक निरीक्षण किया. डॉ. राजीव सैजल ने कोरोना मरीजों के लिए स्थापित की गई विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
स्वास्थ्य मंत्री ने डयूटी पर उपस्थित नर्सिंग स्टाफ को आ रही विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी उपलब्ध की और ई-ब्लॉक में स्थापित कोरोना सेंटर का दौरा भी किया. आईजीएमसी के प्रधानाचार्य डॉ. रजनीश पठानिया और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक राज ने स्वास्थ्य मंत्री को आईजीएमसी में स्थापित कंट्रोल रूम के बारे में अवगत करवाया.
डॉ. रजनीश पठानिया ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि हर मंजिल में कोरोना मरीज के लिए वीडियो कॉलिंग की व्यवस्था की गई है जिससे कोई भी पारिवारिक सदस्य वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कोरोना मरीज से बातचीत कर सकता है. स्वास्थ्य मंत्री ने आईजीएमसी के स्टाफ से वार्तालाप करते हुए कहा कि वह आपके मंत्री के साथ-साथ एक मित्र भी है. अस्पताल में आ रही किसी भी समस्या का तुरंत प्रभाव से निर्वाण किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने आईजीएमसी में निर्मित होने वाले 40 और 17 बिस्तरों वाले मैक शिफ्ट अस्पताल के स्थल का भी निरीक्षण किया और कार्य प्रगति के संबंध में जानकारी हासिल की. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें समस्याओं को स्थानीय स्तर पर निवारण के विषय पर चर्चा की गई. इस अवसर पर संयुक्त निदेशक अस्पताल प्रशासन रविन्द्र शर्मा, नोडल अधिकारी डाॅ. राहुल गुप्ता और अन्य अस्पताल के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.