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कोरोना काल में गर्भवती महिलाएं रखें विशेष ध्यान, लक्षण दिखने पर नजर अंदाज न करें: स्त्री रोग विशेषज्ञ - कमला नेहरू अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष

कमला नेहरू अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को संक्रमण का खतरा अधिक रहता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए. गर्भवती महिला में बच्चों व बुजुर्गो की तरह रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. कोरोना के लक्षण नजर आने पर महिलाएं इन्हें नजरअंदाज न करें और अस्पताल आकर टेस्ट करवा लें.

स्त्री रोग विशेषज्ञ
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Published : Dec 15, 2020, 3:35 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 7:47 PM IST

शिमला: कोरोना महामारी का प्रभाव प्रदेश में लगातार बढ़ता ही जा रहा है. समाज के हर आयु वर्ग को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया है. राजधानी शिमला में भी दिन प्रतिदिन इसका आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. कमला नेहरू अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को संक्रमण का खतरा अधिक रहता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए.

सावधानी बरतनी जरूरी

डॉ. सुभाष का कहना है कि कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं को घूमने के लिए पार्क में जाना सुरक्षित नहीं है. इस समय गर्भवती महिलाएं बालकनी या घर की छत पर ही घूम सकती हैं. इस समय बहुत से अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि रूटीन चेकअप के लिए गर्भवती महिलाओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में ही जाना चाहिए. अगर संभव हो तो अपनी गाड़ी का ही प्रयोग करें. जांच के लिए डॉक्टर से मिलने से पहले समय ले लें. अपनी और गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा के लिए गर्भवती महिलाओं को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

वीडियो

कोरोना के लक्षण दिखने पर नजर अंदाज न करें

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष ने बताया कि गर्भवती महिला में बच्चों व बुजुर्गो की तरह रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. कोरोना के लक्षण नजर आने पर महिलाएं इन्हें नजरअंदाज न करें और अस्पताल आकर टेस्ट करवा लें. ऐसे में महिला को धैर्य रखने के साथ सकारात्मक रहने की सलाह दी जाती है. तनाव से मुक्त रखने के लिए विशेष काउंसिलिंग भी की जाती है.

खानपान का रखें विशेष ध्यान

गर्भवती महिलाओं को सामान्य तौर पर खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. कोरोना के दौर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए घर पर बना संतुलित आहार ही लेना चाहिए. नियमित तौर पर अपने हाथों को सेनिटाइज करते रहें, तब ही इस महामारी से बच सकते हैं. डॉ सुभाष ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को हाई प्रोटीन डाइट जरूरी है. जिसमे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, न्यूट्रॉन प्रचुर मात्रा में हो.

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष ने कहा कि सप्लीमेंट के तौर पर कैल्शियम और विटामिन डी-3 लेने की सलाह देते हैं. मौसमी फलों का जूस, ताजी सब्जियां व पौष्टिक दालों को रूटीन के भोजन में शामिल करना चाहिए. महिलाएं समय पर भोजन करने की आदत डालें. गर्भवती महिलाएं अपने डॉक्टर से डाइट प्लान भी ले सकती हैं.

शिमला: कोरोना महामारी का प्रभाव प्रदेश में लगातार बढ़ता ही जा रहा है. समाज के हर आयु वर्ग को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया है. राजधानी शिमला में भी दिन प्रतिदिन इसका आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. कमला नेहरू अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को संक्रमण का खतरा अधिक रहता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए.

सावधानी बरतनी जरूरी

डॉ. सुभाष का कहना है कि कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं को घूमने के लिए पार्क में जाना सुरक्षित नहीं है. इस समय गर्भवती महिलाएं बालकनी या घर की छत पर ही घूम सकती हैं. इस समय बहुत से अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि रूटीन चेकअप के लिए गर्भवती महिलाओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में ही जाना चाहिए. अगर संभव हो तो अपनी गाड़ी का ही प्रयोग करें. जांच के लिए डॉक्टर से मिलने से पहले समय ले लें. अपनी और गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा के लिए गर्भवती महिलाओं को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

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कोरोना के लक्षण दिखने पर नजर अंदाज न करें

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष ने बताया कि गर्भवती महिला में बच्चों व बुजुर्गो की तरह रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. कोरोना के लक्षण नजर आने पर महिलाएं इन्हें नजरअंदाज न करें और अस्पताल आकर टेस्ट करवा लें. ऐसे में महिला को धैर्य रखने के साथ सकारात्मक रहने की सलाह दी जाती है. तनाव से मुक्त रखने के लिए विशेष काउंसिलिंग भी की जाती है.

खानपान का रखें विशेष ध्यान

गर्भवती महिलाओं को सामान्य तौर पर खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. कोरोना के दौर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए घर पर बना संतुलित आहार ही लेना चाहिए. नियमित तौर पर अपने हाथों को सेनिटाइज करते रहें, तब ही इस महामारी से बच सकते हैं. डॉ सुभाष ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को हाई प्रोटीन डाइट जरूरी है. जिसमे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, न्यूट्रॉन प्रचुर मात्रा में हो.

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुभाष ने कहा कि सप्लीमेंट के तौर पर कैल्शियम और विटामिन डी-3 लेने की सलाह देते हैं. मौसमी फलों का जूस, ताजी सब्जियां व पौष्टिक दालों को रूटीन के भोजन में शामिल करना चाहिए. महिलाएं समय पर भोजन करने की आदत डालें. गर्भवती महिलाएं अपने डॉक्टर से डाइट प्लान भी ले सकती हैं.

Last Updated : Dec 15, 2020, 7:47 PM IST
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