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सुक्खू की पाटिल को चिट्ठी, वरिष्ठ नेताओं की सहमति से कार्यकारिणी बनाने की उठाई मांग - congress party

पूर्व अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने प्रदेश और जिला की कार्यकारिणी में पीक एंड चूज न करके बल्कि सभी वरिष्ठ नेताओं के सहमति से कार्यकारिणी के गठन की बात कही है. सुखविंदर सिंह ने पत्र में कार्यकारिणी को जल्द गठित करने का आग्रह किया है जिससे प्रदेश में पंचायत चुनावों में कांग्रेस एकजुटता से काम कर सकें.

Former Congress President Sukhwinder Singh Sukhu
कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह सुक्खू
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Published : Feb 19, 2020, 3:38 PM IST

शिमला: हिमाचल कांग्रेस में गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी के गठन को लेकर कांग्रेस नेताओं में आपसी खींचतान चल रही है. प्रदेश और जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर पूर्व अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए हैं.

वहीं, पूर्व अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने प्रदेश और जिला की कार्यकारिणी में पीक एंड चूज न करके बल्कि सभी वरिष्ठ नेताओं के सहमति से कार्यकारिणी के गठन की बात कही है. सुखविंदर सिंह ने पत्र में कार्यकारिणी को जल्द गठित करने का आग्रह किया है जिससे प्रदेश में पंचायत चुनावों में कांग्रेस एकजुटता से काम कर सकें.

वीडियो रिपोर्ट

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पार्टी में नियुक्तियां करना किसी एक का अधिकार नहीं है बल्कि सबकी सहमति से नियुक्तियां की जानी चाहिए. इसके लिए कांग्रेस आलाकमान से भी बात की है और प्रदेश और जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा और अपनी सहमति से नियुक्तियां की जानी चाहिए. पार्टी में पिक एंड चूज के तहत नियुक्तियां नहीं होनी चाहिए बल्कि जो योग्य है उन्हें मौका मिलना चाहिए.

सुक्खू ने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि एक बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार ब्लॉक अध्यक्ष बनाए गए. ब्लॉक अध्यक्ष बनना प्रदेश अध्यक्ष का विशेषाधिकारी होता है लेकिन जिला कांग्रेस अध्यक्ष और कार्यकरणी का गठन वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद नियुक्ति की जानी चाहिए.

प्रदेश में 6 महीने पहले ही 6 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की गई थी लेकिन उन्हें हटा दिया गया. उन्हें काम करने का मौका तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में बड़े अंतर से कांग्रेस हारी है और उसके बाद दो उपचुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में जल्दी से जल्दी प्रदेश और जिला कार्यकारिणी का गठन किया जाना चाहिए ताकि प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत किया जा सके.

बता दें हिमाचल में नवंबर महीने में प्रदेश और जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है और अभी प्रदेश में सिर्फ अध्यक्ष के सहारे कांग्रेस चल रही है. कांग्रेस नेता कार्यकारिणी में अपने चहेतों को फिट करवाने के लिए दिल्ली दरबार मे हाजरी भी लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: शिमला के इस इलाके में पानी को लेकर खूनी संघर्ष, एक भाई ने चलाई दूसरे पर गोली

शिमला: हिमाचल कांग्रेस में गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी के गठन को लेकर कांग्रेस नेताओं में आपसी खींचतान चल रही है. प्रदेश और जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर पूर्व अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए हैं.

वहीं, पूर्व अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने प्रदेश और जिला की कार्यकारिणी में पीक एंड चूज न करके बल्कि सभी वरिष्ठ नेताओं के सहमति से कार्यकारिणी के गठन की बात कही है. सुखविंदर सिंह ने पत्र में कार्यकारिणी को जल्द गठित करने का आग्रह किया है जिससे प्रदेश में पंचायत चुनावों में कांग्रेस एकजुटता से काम कर सकें.

वीडियो रिपोर्ट

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पार्टी में नियुक्तियां करना किसी एक का अधिकार नहीं है बल्कि सबकी सहमति से नियुक्तियां की जानी चाहिए. इसके लिए कांग्रेस आलाकमान से भी बात की है और प्रदेश और जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा और अपनी सहमति से नियुक्तियां की जानी चाहिए. पार्टी में पिक एंड चूज के तहत नियुक्तियां नहीं होनी चाहिए बल्कि जो योग्य है उन्हें मौका मिलना चाहिए.

सुक्खू ने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि एक बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार ब्लॉक अध्यक्ष बनाए गए. ब्लॉक अध्यक्ष बनना प्रदेश अध्यक्ष का विशेषाधिकारी होता है लेकिन जिला कांग्रेस अध्यक्ष और कार्यकरणी का गठन वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद नियुक्ति की जानी चाहिए.

प्रदेश में 6 महीने पहले ही 6 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की गई थी लेकिन उन्हें हटा दिया गया. उन्हें काम करने का मौका तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में बड़े अंतर से कांग्रेस हारी है और उसके बाद दो उपचुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में जल्दी से जल्दी प्रदेश और जिला कार्यकारिणी का गठन किया जाना चाहिए ताकि प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत किया जा सके.

बता दें हिमाचल में नवंबर महीने में प्रदेश और जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है और अभी प्रदेश में सिर्फ अध्यक्ष के सहारे कांग्रेस चल रही है. कांग्रेस नेता कार्यकारिणी में अपने चहेतों को फिट करवाने के लिए दिल्ली दरबार मे हाजरी भी लगा रहे हैं.

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