शिमला: शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शनिवार को आए केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए कहा कि बजट प्रत्येक वर्ग के लिए राहत लेकर आया है. किसानों और संगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए आय के स्त्रोत बढ़ाने का निर्णय वर्तमान सरकार का बेहतर निर्णय है.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि इस बजट में जैविक खेती पर बल दिया गया है, जिससे सरकार की ओर से जैविक खेती के लिए किसानों को विशेष सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि दूध के उत्पादन को दोगुना करने के लिए कार्य किए जाएंगे, कोल्ड स्टोर और प्रोसेसिंग यूनिट पर भी विशेष ध्यान दिया गया है.
सुरेश भारद्वाज ने बताया कि बजट में देश के हर टैक्स भुगतानकर्ता को बड़ी राहत दी गई है. पांच लाख तक की सालाना आय पर कोई कर नहीं लगेंगा, जबकि पांच से साढ़े सात लाख के बीच 10 प्रतिशत की दर लागू होगी. उन्होंने कहा कि 7.5 से 10 लाख के बीच की आय पर अब 15 प्रतिशत की दर लागू होगी, जबकि 10 लाख से 12.5 लाख के बीच की आय पर 20 फीसदी की दर लागू होगी.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि 12.5 लाख से 15 लाख के बीच की आय पर 25 फीसदी की दर लागू होगी.15 लाख से ऊपर की आय पर 30 फीसदी की दर से कर लगता रहेगा. ऐसे में टैक्स भुगतानकर्ता को हर साल 1 लाख रुपये का फायदा होगा. उन्होंने कहा कि इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इस बजट से एक नए अध्याय की शुरुआत होगी.
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सुरेश भारद्वाज ने कहा कि इस बजट की वजह से आधारिक संरचना, हवाई सेवा, रेल सेवा में चौतरफा विकास दिख रहा है. उन्होंने कहा कि पेयजल इस बजट का मुख्य आकर्षण रहने वाला है हर घर को नल और जल से जोड़ने का एक संकल्प भारत सरकार ने लिया है जो कि हिमाचल प्रदेश के किसान और भगवानों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा.