शिमला: डॉक्टर सिकंदर कुमार राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. विधानसभा सचिव ने सिकंदर कुमार को सर्टिफकेट देकर निर्वाचित (Sikander Kumar elected to Rajya Sabha) घोषित किया. इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे. दरअसल कांग्रेस के वर्तमान राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा का कार्यकाल 2 अप्रैल को पूरा हो रहा है. इसके बाद सिकंदर कुमार राज्यसभा सांसद हो जाएंगे. भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने सिकंदर कुमार को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने 19 मार्च को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचन के बाद डॉ. सिकंदर ने कहा कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ मिलकर प्रदेश में विकास की गति को और बढ़ावा देंगे. उन्होंने राज्यसभा को चुने जाने ने लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया. हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा सीट की चुनाव प्रक्रिया आज विधानसभा में समाप्त हुई, डॉक्टर सिकंदर कुमार आज निर्विरोध राज्य सभा पहुंचे. कांग्रेस पार्टी की ओर से इस चुनाव में कोई भी उम्मीदवार नहीं उतरा गया.
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने चौड़ा मैदान स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति से विधानसभा तक जबरदस्त रैली निकाली, जिसमें सिकंदर कुमार को कंधे पर विधानसभा में ले जाया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा सीट की प्रक्रिया संपन्न (Rajya Sabha seat of Himachal Pradesh) हुई और भाजपा के डॉक्टर सिकंदर कुमार विजय हुए. उन्होंने सिकंदर कुमार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डॉक्टर सिकंदर कुमार का भाजपा में बड़ा योगदान रहा है.
सीएम जयराम ठाकुर ने इस नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (BJP National President JP Nadda) और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का धन्यवाद किया. उन्होंने कांग्रेस का भी धन्यवाद किया की उनकी ओर से कोई भी नामांकन नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि सिकंदर कुमार हिमाचल के विकास के लिए काम करेंगे और सांसद के नाते हिमाचल की तरक्की के लिए पूर्ण सहयोग देंगे.
राष्ट्रपति के बेहद करीबी माने जाते हैं डॉ. सिकंदर: डॉ. सिकंदर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बेहद करीबी समझा जाता है. ऐसे में समझा जा रहा है कि उनको राज्यसभा भेजने के पीछे राष्ट्रपति की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इसके अलावा उनके वीसी (hpu vc dr sikander kumar ) रहते हुए प्रदेश विश्वविद्यालय में भर्तियों का मामला भी काफी चर्चा में रहा है.
विधानसभा में विपक्ष ने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में भर्तियों के मामले पर प्रदेश सरकार को खूब घेरा था. नेता प्रतिपक्ष सहित विपक्ष के विधायकों ने भर्तियों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सभी वर्तमान कार्यकाल में सभी भर्तियां एक विशेष संगठन से जुड़े हुए लोगों की हो रही हैं. भाजपा हिमाचल से पहली बार किसी दलित चेहरे को राज्यसभा भेज रही है, इसका पार्टी को आने वाले चुनावों में कितना लाभ मिलेगा यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन वर्तमान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी अनुसूचित वर्ग से ही आते हैं.
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