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बरसात में जलजनित रोग फैलने का खतरा सबसे ज्यादा: डॉ. संजय महाजन

बरसात में जलजनित रोग में मुख्यता, पीलिया, स्क्रब टाइफस, कॉलरा, टाइफाइड, डेंगू इत्यादि फैलने का खतरा बना रहता है. इस बारे में आईजीएमसी में मेडिसिन विभाग के स्क्रब टाइफस विशेषज्ञ डॉ. संजय महाजन से बताया कि बरसात में पेट खराब होने से उल्टी, दस्त लगते हैं और जिससे कॉलरा, टाइफाइड, पीलिया, डेंगू फैलने का भी खतरा बना रहता है.

Dr. Sanjay Mahajan on diseases caused by rain
डॉ.संजय महाजन.
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Published : Jul 12, 2020, 7:16 PM IST

शिमलाः प्रदेश में मानसून शुरू हो चुका है. ऐसे में जलजनित रोग फैलने का ज्यादा खतरा बना रहता है. इसलिए बरसात के दिनों में इन रोगों से बचने के लिए एहतियात बरतने बेहद जरूरी है. हर साल जल जनित रोगों के कारण दर्जनों लोगों मौत हो जाती है. बरसात के समय सावधानी बरतने और रोगों से बचने के लिए चिकित्सक सलाह देते हैं.

बरसात में इन बीमारियों के फैलने का खतरा

बरसात में जलजनित रोग में मुख्यता, पीलिया, स्क्रब टाइफस, कॉलरा, टाइफाइड, डेंगू इत्यादि फैलने का खतरा बना रहता है. प्रदेश में प्रतिवर्ष बरसात में मुख्यता डेंगू और स्क्रब टाइफस जानलेवा बन जाते है.

स्क्रब टाइफस के लक्षण

स्क्रब टाइफस में मरीज को तेज बुखार, जिसमें 104 से 105 तक रहता है, जोड़ो में दर्द और कंपकपाहट के साथ बुखार शरीर में ऐंठन शरीर का टूटना जबकि अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू कूल्हों के नीचे गिल्टियों का होना है. वहीं, 2018 के आंकड़ों के मुताबिक 1400 के करीब प्रदेश में मामले सामने आए थे, जबकि इससे 20 लोगों मौत हुई थी.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, 2019 में 1000 के करीब मामले सामने आए और 12 मौत हुई थी. साथ ही जिला में एक डेंगू का मामले भी सामने आए था. हालांकि डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई थी. पीलिया के भी दर्जनों मामले सामने आए थे.

इस बारे में आईजीएमसी में मेडिसिन विभाग के स्क्रब टाइफस विशेषज्ञ डॉ. संजय महाजन से बताया कि बरसात में पेट खराब होने से उल्टी, दस्त लगते है और जिससे कॉलरा, टाइफाइड, पीलिया, डेंगू फैलने का भी खतरा बना रहता है.

उन्होंने कहा कि बरसात में हरी घास सफेद रंग के किट के काटने से स्क्रब टाइफस फैलता है. इसमें व्यक्ति को तेज बुखार, शरीर में अकड़न, गिल्टियां पड़ना इत्यादि रहता है.

ऐसे करें बचाव

डॉ. संजय महाजन ने बताया कि जल जनित रोगों से बचने के लिए बरसात में अपने आसपास सफाई रखे, बाजार में बिक रही खुली रखी व सड़े गले खाद्य पदार्थ न खाए. उन्होंने बताया कि बरसात के समय सफाई विषेश ध्यान रखे और बीमार होने पर तुरंत अस्पताल में जांच करवाएं.

डॉ. संजय महाजन ने कहा कि पीलिया बरसात में फैलता है. साथ ही बरसात में पानी साफ नहीं आता जिससे पीलिया होने का खतरा बना रहता है. ऐसे में पानी को उबाल कर और छान कर पीना चाहिए. महाजन ने कहा कि एहतियात बरतने से इन बीमारियों से बचा जा सकता है.

ये भी पढ़ेंः कोरोना संक्रमित सैनिक के संपर्क में आये लोगों की होगी जांच, विभाग शुरू करेगा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान

शिमलाः प्रदेश में मानसून शुरू हो चुका है. ऐसे में जलजनित रोग फैलने का ज्यादा खतरा बना रहता है. इसलिए बरसात के दिनों में इन रोगों से बचने के लिए एहतियात बरतने बेहद जरूरी है. हर साल जल जनित रोगों के कारण दर्जनों लोगों मौत हो जाती है. बरसात के समय सावधानी बरतने और रोगों से बचने के लिए चिकित्सक सलाह देते हैं.

बरसात में इन बीमारियों के फैलने का खतरा

बरसात में जलजनित रोग में मुख्यता, पीलिया, स्क्रब टाइफस, कॉलरा, टाइफाइड, डेंगू इत्यादि फैलने का खतरा बना रहता है. प्रदेश में प्रतिवर्ष बरसात में मुख्यता डेंगू और स्क्रब टाइफस जानलेवा बन जाते है.

स्क्रब टाइफस के लक्षण

स्क्रब टाइफस में मरीज को तेज बुखार, जिसमें 104 से 105 तक रहता है, जोड़ो में दर्द और कंपकपाहट के साथ बुखार शरीर में ऐंठन शरीर का टूटना जबकि अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू कूल्हों के नीचे गिल्टियों का होना है. वहीं, 2018 के आंकड़ों के मुताबिक 1400 के करीब प्रदेश में मामले सामने आए थे, जबकि इससे 20 लोगों मौत हुई थी.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, 2019 में 1000 के करीब मामले सामने आए और 12 मौत हुई थी. साथ ही जिला में एक डेंगू का मामले भी सामने आए था. हालांकि डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई थी. पीलिया के भी दर्जनों मामले सामने आए थे.

इस बारे में आईजीएमसी में मेडिसिन विभाग के स्क्रब टाइफस विशेषज्ञ डॉ. संजय महाजन से बताया कि बरसात में पेट खराब होने से उल्टी, दस्त लगते है और जिससे कॉलरा, टाइफाइड, पीलिया, डेंगू फैलने का भी खतरा बना रहता है.

उन्होंने कहा कि बरसात में हरी घास सफेद रंग के किट के काटने से स्क्रब टाइफस फैलता है. इसमें व्यक्ति को तेज बुखार, शरीर में अकड़न, गिल्टियां पड़ना इत्यादि रहता है.

ऐसे करें बचाव

डॉ. संजय महाजन ने बताया कि जल जनित रोगों से बचने के लिए बरसात में अपने आसपास सफाई रखे, बाजार में बिक रही खुली रखी व सड़े गले खाद्य पदार्थ न खाए. उन्होंने बताया कि बरसात के समय सफाई विषेश ध्यान रखे और बीमार होने पर तुरंत अस्पताल में जांच करवाएं.

डॉ. संजय महाजन ने कहा कि पीलिया बरसात में फैलता है. साथ ही बरसात में पानी साफ नहीं आता जिससे पीलिया होने का खतरा बना रहता है. ऐसे में पानी को उबाल कर और छान कर पीना चाहिए. महाजन ने कहा कि एहतियात बरतने से इन बीमारियों से बचा जा सकता है.

ये भी पढ़ेंः कोरोना संक्रमित सैनिक के संपर्क में आये लोगों की होगी जांच, विभाग शुरू करेगा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान

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