ठियोग/ शिमला: उपमंडल ठियोग के क्यारी गांव के लोगों ने माकपा विधायक राकेश सिंघा से एक पूंजीपति द्वारा जमीन हड़पने की शिकायत करके उन्हें मौके पर बुलाकर जमीन का मुआयना कराया. इसी बीच राकेश सिंघा ने चेतावनी दी कि अगर इस मामले की जांच नहीं की गई, तो आने वाले समय में वो ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे.
बता दें कि क्यारी गांव के लोगों ने उनके क्षेत्र के जंगल में अवैध रूप से एक व्यक्ति द्वारा कब्जा करने की शिकायत विधायक राकेश सिंघा से की और उन्हें मौके पर बुलाकर अपनी समस्या बताई . स्थानीय निवासी बालानन्द ने बताया कि वन विभाग ग्रामीणों को एक पेड़ भी नहीं काटने देता, लेकिन एक पूंजीपति ने कई पेड़ काटकर वन में बगीचा लगा लिया है, जिसके खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने बताया कि ये जंगल गांव वालों का है, जिससे घास, पत्ती और लकड़ी पर सिर्फ गांव वालों का अधिकार है, लेकिन जंगल में एक पूंजीपति ने कब्जा कर लिया है.
बालानन्द ने बताया कि वन विभाग ने इस जमीन पर तीन बार नए पेड़ लगाए , लेकिन वो पेड़ कहां है, इसके बारे में विभाग को कोई सूचना नहीं है, जबकि पूंजीपति ने 2011 में 792 से ज्यादा पेड़ काटकर 3 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. उन्होंने कहा कि विधायक राकेश सिंघा के माध्यम से सीएम जयराम ठाकुर से जांच की मांग और एक ज्ञापन सौंपा है.
विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि आज तहसील कार्यालय में बैठे अधिकारी भी बिकने लगे हैं, जिससे इस जंगल में करोड़ों रुपये का घोटाला वन विभाग के साथ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सेनिटाइजर घोटाले के आरोपी को गिरफ्तार करवाया है. वैसे ही जमीन के लेन-देन और हेरा-फेरी करने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
ये भी पढ़ें: चीन सीमा ने सटे किन्नौर रे DC ए लोकां ते अफवाहां पर ध्यान ना देणे री कीती अपील
राकेश सिंघा ने कहा कि प्रदेश सरकार एक तरफ वन संपदा को बचाने के लिए कड़े कानून बनाती है, तो वहीं, दूसरी तरफ सरकार पूंजीपतियों को सरंक्षण देकर वनों से आम लोगों के हित भी छीन रही है.