शिमला: हिमाचल में सत्ता वापसी की राह देख रही कांगेस में अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए रविवार को शिमला पहुंचे केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बैठक शुरू होने से पहले ही बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. बैठक तय समय पर शुरू ना होने से नाराज 4 विधायक नाराज होकर वापस लौट गए. बताया जा रहा है कि पर्यवेक्षक चौड़ा मैदान स्थित सिसिल होटल में ही बैठक करने बैठ गए और विधायक सहित अन्य नेता पीटरहॉफ होटल (Congress meeting in Peterhof) में तीन घंटे तक इंतजार करते रहे.
कांग्रेस के नेता करते रहे पर्यवेक्षकों का इंतजार: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक (Himachal Congress Committee meeting) रविवार शाम सात बजे राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में आयोजित होनी थी. बैठक की अध्यक्षता पार्टी हाईकमान की ओर से नियुक्त किए गए केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेश बघेल (Central Supervisor Bhupesh Baghel) द्वारा की जानी थी. भूपेश बघेल सहित दो अन्य पर्यवेक्षक 6 बजे शिमला पहुंच गए थे. लेकिन वह सीधे सिसिल होटल गए. वहां पर कांग्रेस कोर ग्रुप के साथ उन्होंने बैठक की. यह बैठक रात 9:20 तक चली. जबकि दूसरी तरफ होटल पीटरहॉफ में कांग्रेस के विधायक, वरिष्ठ नेता उनका इंतजार करते रहे.
3 घंटे इंतजार के बाद घर लौटे ये विधायक: जब रात 9:30 बजे तक केंद्रीय पर्यवेक्षक नहीं आए तो वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक ठाकुर रामलाल, आशा कुमारी सहित दो अन्य विधायक पीटरहॉफ से निकलकर वापस अपने घर लौट गए. सूत्र बताते हैं कि उन्होंने कहा कि शाम 7:00 बजे जब बैठक बुलाई गई थी तो तय समय पर ही शुरू की जानी चाहिए थी. विधायक दूरदराज क्षेत्रों से शिमला पहुंचे हैं. वह साढ़े 3 घंटे तक इंतजार करते रहे. हालांकि कई कांग्रेस नेताओं ने उन्हें फोन कर वापस आने के लिए भी कहा, लेकिन ये विधायक वापस नहीं लौटे. उन्होंने कहा कि वे सोमवार को पार्टी कार्यालय में होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे.
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