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किन्नौर हादसा: कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने राहत-बचाव कार्य पर उठाए सवाल

कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने राहत-बचाव कार्य पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि समय पर मशीनरी नहीं पहुंचने से राहत-बचाव कार्यों में देरी हुई है. एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर देर से पहुंची है. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ बटालियन नूरपुर में रखी गई है, जबकि सबसे ज्यादा ऐसी घटनाएं किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा में होती है.

आशा कुमारी, कांग्रेस विधायक
आशा कुमारी, कांग्रेस विधायक
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Published : Aug 12, 2021, 4:56 PM IST

Updated : Aug 12, 2021, 5:03 PM IST

शिमला: जिला किन्नौर के निगुलसारी में बुधवार को हुए लैंडस्लाइड में अब तक 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि 13 लोग घायल हुए हैं. घटनास्थल पर अभी भी एचआरटीसी की एक बस का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सीएम जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस विक्रमादित्य से घटनास्थल पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्यों का जायजा लिया. सीएम जयराम ने पीड़ित परिवारों से मिलकर ढांढस बंधाया.

विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सदन में संसदीय मंत्री सुरेश भारद्वाज ने हादसे के बारे में जानकारी दी. सदन में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया. वहीं, राहत-बचाव कार्य को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं.

कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि समय पर मशीनरी नहीं पहुंचने से राहत-बचाव कार्यों में देरी हुई है. एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर देर से पहुंची है. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ बटालियन नूरपुर में रखी गई है, जबकि सबसे ज्यादा ऐसी घटनाएं किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा में होती है. नूरपुर से टीम को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी देर हो जाती है.

आशा कुमारी ने प्रदेश सरकार से इन क्षेत्रों में ही एनडीआरएफ बटालियन को तैनात करने की मांग की है. आशा कुमारी ने पहाड़ों पर हो रही ऐसी ऐसी घटनाओं के लिए अवैज्ञानिक तरीके से निर्माण कार्य को करार दिया. उन्होंने कहा कि दोनों घटनाएं नेशनल हाईवे पर हुई है. ऐसे में सरकार को इस पर विचार करने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की बड़ी घटनाएं ना हो.

ये भी पढ़ें: kinnaur Landslide: CM ने किया घटनास्थल का दौरा, मृतकों के परिजनों को 4 लाख देगी हिमाचल सरकार

शिमला: जिला किन्नौर के निगुलसारी में बुधवार को हुए लैंडस्लाइड में अब तक 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि 13 लोग घायल हुए हैं. घटनास्थल पर अभी भी एचआरटीसी की एक बस का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सीएम जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस विक्रमादित्य से घटनास्थल पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्यों का जायजा लिया. सीएम जयराम ने पीड़ित परिवारों से मिलकर ढांढस बंधाया.

विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सदन में संसदीय मंत्री सुरेश भारद्वाज ने हादसे के बारे में जानकारी दी. सदन में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया. वहीं, राहत-बचाव कार्य को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं.

कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि समय पर मशीनरी नहीं पहुंचने से राहत-बचाव कार्यों में देरी हुई है. एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर देर से पहुंची है. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ बटालियन नूरपुर में रखी गई है, जबकि सबसे ज्यादा ऐसी घटनाएं किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा में होती है. नूरपुर से टीम को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी देर हो जाती है.

आशा कुमारी ने प्रदेश सरकार से इन क्षेत्रों में ही एनडीआरएफ बटालियन को तैनात करने की मांग की है. आशा कुमारी ने पहाड़ों पर हो रही ऐसी ऐसी घटनाओं के लिए अवैज्ञानिक तरीके से निर्माण कार्य को करार दिया. उन्होंने कहा कि दोनों घटनाएं नेशनल हाईवे पर हुई है. ऐसे में सरकार को इस पर विचार करने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की बड़ी घटनाएं ना हो.

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Last Updated : Aug 12, 2021, 5:03 PM IST
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