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हिमाचल के आठ जिलों में आदर्श आचार संहिता लागू, मतदान के समय प्रत्येक मतदाता को मिलेंगे Disposable Gloves

उपचुनावों की घोषणा के बात प्रदेश के आठ जिलों में आज से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई. प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों और मंडी लोकसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को मतदान होगा. दो नवंबर को मतगणना के बाद 5 नवंबर को चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

आदर्श आचार संहिता लागू
आदर्श आचार संहिता लागू
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Published : Sep 28, 2021, 5:58 PM IST

Updated : Sep 28, 2021, 6:49 PM IST

शिमला: उपचुनावों की घोषणा के बात प्रदेश के आठ जिलों में आज से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई. प्रदेश के जिला मंडी, कुल्लू लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा, शिमला, सोलन और कांगड़ा जिले में 5 नवंबर तक चुनाव आचार संहिता लागू रहेगी. प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों और मंडी लोकसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को मतदान होगा. दो नवंबर को मतगणना के बाद 5 नवंबर को चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. उपचुनावों में करीब 15 लाख 49 हजार मतदाता भाग लेंगे.


मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू (Chief Electoral Officer C. Palarasu ) ने कहा कि पहले केवल सेना के जवानों के लिए पोस्टल बैलेट (postal ballot) की सुविधा प्रदान की जाती थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को ध्यान रखते हुए पहली बार 80 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों के लिए भी पोस्टल बैलेट की सुविधा प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण यह वर्ग अति संवेदनशील है.

इसके अलावा आपातकालीन सेवाओं में जुटे कर्मियों को भी पोस्टल बैलेट की सुविधा मिलेगी. इन में एचआरटीसी के कर्मचारी, डॉक्टर, विद्युत व्यवस्था में लगे कर्मचारी आदि शामिल होंगे. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रत्येक मतदाता को डिस्पोजेबल ग्लव्स भी मिलेंगे. मतदाता को यह ग्लव्स मतदान से ठीक पहले दिया जाएगा और प्रयोग के बाद वहां रखे डस्टबिन में डालना होगा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के कारण प्रदेश के इन आठ जिलों में किसी भी रूप में कोई भी वित्तीय मंजूर या वचन देने की घोषणा नहीं करेंगे और किसी प्रकार की परियोजनाओं अथवा स्कीमों के लिए आधारशिलाएं नहीं रखी जा सकेगी.

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सड़क के निर्माण, पीने के पानी की सुविधाएं आदि देने की भी कोई घोषणा इस दौरान नहीं होगी. इसके अलावा शासन सार्वजनिक उपक्रमों आदि में कोई भी नियुक्ति नहीं की जाएगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू ने कहा कि पहली जनवरी 2021 को पब्लिश इलेक्टोरल रोल के आधार पर ही उपचुनावों की यह प्रक्रिया पूरी होगी. इन चुनावों में सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट मशीनों (VVPAT machines) का प्रयोग किया जाएगा.

पहले एक पोलिंग स्टेशन पर 1500 के करीब मतदाता मतदान कर सकते थे,लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (Election Commission of India) ने निर्णय लिया है कि अब अधिकतम एक हजार मतदाता ही एक पोलिंग स्टेशन पर मतदान कर सकेंगे. जिसके बाद मंडी संसदीय क्षेत्र में जहां पहले 2113 पोलिंग स्टेशन होते थे, लेकिन अब 249 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. जिनमें से कुल 118 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र में और 31 मतदान केंद्र शहरी सहायक क्षेत्रों में होगे. इसके अलावा 1995 मतदान केंद्रों की व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में की जाएगी.

फतेहपुर में पहले जहां 111 पोलिंग स्टेशन थे अब वहां 30 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. अर्की विधानसभा क्षेत्र में पहले जहां 132 पोलिंग स्टेशन की व्यवस्था होती थी वहां अब 22 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई में पहले 128 पोलिंग स्टेशन होते थे, लेकिन अब 8 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. सी. पालरासू ने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए एक एक रिटर्निंग ऑफिसर और 32 सहायक रिटर्निंग ऑफिसरों की नियुक्ति की गई.

फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव की प्रक्रिया एक रिटर्निंग ऑफिसर और दो सहायक रिटर्निंग ऑफिसर पूरी करवाएंगे. सोलन जिले के अर्की चुनाव की प्रक्रिया एक रिटर्निंग ऑफिसर 2 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर पूरी करवाएंगे. इसके अलावा शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई चुनाव की प्रक्रिया भी एक रिटर्निंग ऑफिसर और 3 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर पूरी करवाएंगे.

ये भी पढ़ें :कुल्लू दशहरे में आयोजित होगी राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता: सुमित शर्मा

शिमला: उपचुनावों की घोषणा के बात प्रदेश के आठ जिलों में आज से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई. प्रदेश के जिला मंडी, कुल्लू लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा, शिमला, सोलन और कांगड़ा जिले में 5 नवंबर तक चुनाव आचार संहिता लागू रहेगी. प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों और मंडी लोकसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को मतदान होगा. दो नवंबर को मतगणना के बाद 5 नवंबर को चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. उपचुनावों में करीब 15 लाख 49 हजार मतदाता भाग लेंगे.


मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू (Chief Electoral Officer C. Palarasu ) ने कहा कि पहले केवल सेना के जवानों के लिए पोस्टल बैलेट (postal ballot) की सुविधा प्रदान की जाती थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को ध्यान रखते हुए पहली बार 80 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों के लिए भी पोस्टल बैलेट की सुविधा प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण यह वर्ग अति संवेदनशील है.

इसके अलावा आपातकालीन सेवाओं में जुटे कर्मियों को भी पोस्टल बैलेट की सुविधा मिलेगी. इन में एचआरटीसी के कर्मचारी, डॉक्टर, विद्युत व्यवस्था में लगे कर्मचारी आदि शामिल होंगे. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रत्येक मतदाता को डिस्पोजेबल ग्लव्स भी मिलेंगे. मतदाता को यह ग्लव्स मतदान से ठीक पहले दिया जाएगा और प्रयोग के बाद वहां रखे डस्टबिन में डालना होगा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के कारण प्रदेश के इन आठ जिलों में किसी भी रूप में कोई भी वित्तीय मंजूर या वचन देने की घोषणा नहीं करेंगे और किसी प्रकार की परियोजनाओं अथवा स्कीमों के लिए आधारशिलाएं नहीं रखी जा सकेगी.

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सड़क के निर्माण, पीने के पानी की सुविधाएं आदि देने की भी कोई घोषणा इस दौरान नहीं होगी. इसके अलावा शासन सार्वजनिक उपक्रमों आदि में कोई भी नियुक्ति नहीं की जाएगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू ने कहा कि पहली जनवरी 2021 को पब्लिश इलेक्टोरल रोल के आधार पर ही उपचुनावों की यह प्रक्रिया पूरी होगी. इन चुनावों में सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट मशीनों (VVPAT machines) का प्रयोग किया जाएगा.

पहले एक पोलिंग स्टेशन पर 1500 के करीब मतदाता मतदान कर सकते थे,लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (Election Commission of India) ने निर्णय लिया है कि अब अधिकतम एक हजार मतदाता ही एक पोलिंग स्टेशन पर मतदान कर सकेंगे. जिसके बाद मंडी संसदीय क्षेत्र में जहां पहले 2113 पोलिंग स्टेशन होते थे, लेकिन अब 249 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. जिनमें से कुल 118 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र में और 31 मतदान केंद्र शहरी सहायक क्षेत्रों में होगे. इसके अलावा 1995 मतदान केंद्रों की व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में की जाएगी.

फतेहपुर में पहले जहां 111 पोलिंग स्टेशन थे अब वहां 30 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. अर्की विधानसभा क्षेत्र में पहले जहां 132 पोलिंग स्टेशन की व्यवस्था होती थी वहां अब 22 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई में पहले 128 पोलिंग स्टेशन होते थे, लेकिन अब 8 अतिरिक्त पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था की जाएगी. सी. पालरासू ने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए एक एक रिटर्निंग ऑफिसर और 32 सहायक रिटर्निंग ऑफिसरों की नियुक्ति की गई.

फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव की प्रक्रिया एक रिटर्निंग ऑफिसर और दो सहायक रिटर्निंग ऑफिसर पूरी करवाएंगे. सोलन जिले के अर्की चुनाव की प्रक्रिया एक रिटर्निंग ऑफिसर 2 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर पूरी करवाएंगे. इसके अलावा शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई चुनाव की प्रक्रिया भी एक रिटर्निंग ऑफिसर और 3 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर पूरी करवाएंगे.

ये भी पढ़ें :कुल्लू दशहरे में आयोजित होगी राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता: सुमित शर्मा

Last Updated : Sep 28, 2021, 6:49 PM IST
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