रामपुरः सीटू और हिमाचल प्रदेश भवन और सड़क निर्माण मजदूर यूनियन ने गुरुवार को उपमंडल रामपुर में मजदूरों की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया. इस मौके पर विभिन्न क्षेत्र के निर्माण मजदूरों का रजिस्ट्रेशन न किए जाने को लेकर विरोध जताया और श्रमिक विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की.
सीटू के राज्यउपाध्यक्ष बिहारी सेवगी, शिमला जिला अध्यक्ष कुलदीप, निर्माण मजदूर यूनियन ब्लॉक इकाई अध्यक्ष परस राम, सचिव सनी ने कहा कि देश में असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों की सहायता के लिए बीओसीडब्लयू एक्ट के माध्यम से पंजीकृत मजदूरों और उनके परिजनों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मिलती है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निर्माण का काम कर रहे मजदूरों को श्रमिक कल्याण बोर्ड से मिलने वाले लाभों के बारे में अभी भी अवगत नहीं करवाया गया है और न ही कोई गंभीर प्रयास सरकार द्वारा किए जिससे मजदूर आसानी से इस बोर्ड में अपना पंजीकरण कर सके उसके बावजूद भी 2020 में जो निर्माण मजदूर श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण करने के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनका पंजीकरण नहीं किया जा रहा है.
रामपुर श्रम व पंजीकृत अधिकारी के पास जुलाई महीने में बोर्ड को दी जाने वाली दस रुपये पंजीकरण फीस के साथ विभिन्न क्षेत्र के निर्माण मजदूरों ने अपने फॉर्म पंजीकृत अधिकारी के पास जमा किए हैं, लेकिन 4 महीने होने के बाद भी मजदूरों का पंजीकरण श्रम और पंजीकरण अधिकारी रामपुर नहीं किया गया. इसी को लेकर प्रदर्शन किया गया है.
यूनियन ने इस धरने के माध्यम से श्रमिक अधिकारी को चेताया है कि यदि मजदूरों को आ रही समस्याओं व पंजीकरण के लिए दिए गए फॉर्म को जल्द पंजीकरण नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन रामपुर के सभी मजदूरों को लामबंद करते हुए आंदोलन करेंगे.
ये भी पढ़ें- जंग के बाद 'आयरन लेडी' के सामने गिड़गिड़ाया था पाकिस्तान, इंदिरा के सामने टूटा था भुट्टो