शिमला: प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी पालरासु ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को लोकसभा चुनाव 2019 पर दस्तावेजी रिपोर्ट प्रस्तुत की. राज्यपाल ने विभाग द्वारा तैयार किए गए इस आलेख का लोकार्पण किया. आलेख में वर्ष 1951 से लेकर अभी तक हुए सभी लोकसभा और विधानसभा निर्वाचनों का ब्यौरा संकलित किया गया है.
इस अवसर पर राज्यपाल ने स्वीप (मतदाता की व्यवस्थित शिक्षा और चुनावी भागीदारी) गतिविधियों के तहत महत्वपूर्ण आंकड़े एकत्रित करने के लिए हिमाचल प्रदेश निर्वाचन विभाग के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि विभाग अपने उत्तरदायित्वों का समर्पण और बिना भेदभाव से निर्वहन कर रहा है. विभाग न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवा रहा है, बल्कि मतदाताओं को चुनाव में भारी संख्या में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित कर रहा है.
राज्यपाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में स्वीप अभियान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. लोकसभा-2019 के आम चुनाव में राज्य में सर्वाधिक 72.42 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसके लिए निर्वाचन विभाग बधाई का पात्र है. उन्होंने उम्मीद जताई कि ये दस्तावेज हर व्यक्ति को हर चुनाव में भागीदारी, समावेशी और उत्सव का अवसर बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा. उन्होंने सलाह दी कि चुनावी प्रक्रिया में विशेषकर शहरी क्षेत्रों में मतदाता सूची बनाने व इससे नाम हटाने की प्रक्रिया में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया में तीसरी पार्टी का सहयोग लिया जाना चाहिए.
वहीं, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्वीप गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि स्वीप का प्रयोग मतदाताओं की सुविधा और उनके मतदाता सूची में नाम दर्ज करने और स्वयं मतदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है. स्वीप के तहत लक्षित हस्ताक्षेपों के लाभकारी परिणाम सामने आए हैं, जिससे न केवल ईपी अनुपात (इलेक्टोरल टू पॉपुलेशन आंकड़ा) 703 और लिंग अनुपात 980 जो जनगणना अनुपात के बराबर है, बल्कि राज्य में सर्वाधिक मतदान भी दर्ज किया गया है.
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