शिमला: आपातकाल की 47वीं बरसी पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जमकर निशाने साधे. भाजपा नेताओं कहा कि कांग्रेस आपातकाल को कांग्रेस पार्टी द्वारा भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं को सुनियोजित और व्यवस्थित तरीके से नष्ट करने को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (Maintenance of internal security act) के तहत आपातकाल के दौरान जेल गए कार्यकर्ताओं के घरों में कल से संपर्क (BJP Workers jailed during emergency) करेंगे.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप (Suresh kashyap on emergency) ने कहा कि भारत 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल में था. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिशों पर भारत के संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत आंतरिक गड़बड़ी के कारण राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद द्वारा घोषित आपातकाल भारत के इतिहास का सबसे काला अध्याय है.
उन्होंने कहा कि उस समय संविधान के तहत मौलिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया था, मीडिया को सेंसर कर दिया गया था और नागरिक स्वतंत्रता पर कार्रवाई आम थी. सुरेश कश्यप ने कहा कि आपातकाल हमें भारत में लोकतंत्र की भयावहता और सबसे काले दिनों की याद दिलाता है. जो लोग घड़याली आंसू रोते हैं, और लोकतंत्र की सच्चाई को छुपाने की कोशिश करते है, उन्हें इतिहास के पन्नों को पलटना चाहिए.
उन्होंने कहा कि 25 जून को भारतीय लोकतंत्र में एक काले दिन के रूप में याद किया जाएगा, 1975 में इसी दिन एक सत्तावादी, असुरक्षित और सत्ता के भूखे शासक ने नागरिक स्वतंत्रता को समापत कर दिया था, लोकतांत्रिक संस्थानों को नष्ट कर दिया था और आपातकाल लगाने के लिए न्यायपालिका को कमजोर कर दिया था.