शिमला: राजधानी में आने वाले पर्यटकों को अब घूमने के साथ-साथ बर्ड वाचिंग और वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का लुत्फ उठाने को मिलेगा. दरअसल ये पहल टूरिज्म इंडस्ट्री स्टैक होल्डर्स एसोसिएशन की ओर से राजधानी में पर्यटकों को ज्यादा समय तक रोकने के लिए की गई है.
शिमला में टूरिस्टों के आगमन में कमी और टूरिस्टों की स्टे की अवधि कम होना टूरिज्म से जुड़े स्टेक होल्डर्स के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, इसलिए ये विकल्प एसोसिएशन की ओर से निकाला गया है.
एसोसिएशन ने बर्ड वाचर, नेचर लवर्स, वाइल्ड लाइफ और नेचर फोटोग्राफी प्रेमियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से एक दल को जिला के विभिन्न क्षेत्रों में भेजा गया है. इस चार सदस्यी दल में एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट (रूरल टूरिज्म चैप्टर) प्रताप सिंह चौहान, रोहित सिंह नयाल जो कि बर्ड वाचर, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर के साथ ही हिमालयन बर्डिंग टूअर्स उत्तराखंड के फाउंडर भी हैं. इसके अलावा दो अन्य बर्ड वाचर्स एक्सपर्ट्स व फोटो ग्राफर भी इस दल में शामिल हैं.
ये दल शिमला के आस पास शोघी, धामी, घनाहटी, ढली कैचमेंट एरिया, चायल और नारकंडा क्षेत्र के अलावा पिन वैली तक का भ्रमण कर बिर्डिंग ट्रायल्स को चिन्हित करेंगे. ये दल दो हफ्ते में कार्य को पूरा करके एसोसिएशन का ट्रैवल चैप्टर स्पेशल टूर डिजाइन करेगा, ताकि टूरिस्टों को एक अलग प्रकार का अनुभव करने का मौका मिल सके.
टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंद्र सेठ ने बताया कि पिछले दो सालों में हिमाचल में विदेशी ओर डोमेस्टिक टूरिस्टों के आगमन में बहुत कमी आई है. ऐसे में नई संभावनाओं की तलाश करके एसोसिएशन टूरिस्टों के इनफ्लो को दोबारा से बढ़ाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पर्यटकों को कम से कम 350 से अधिक पक्षियों और 15 से भी अधिक प्रजातियों को निहारने के साथ ही अपने कैमरे में कैद करने का अवसर मिलेगा.