शिमला: वैसे तो हिमाचल प्रदेश अपेक्षाकृत शांत राज्य है, लेकिन यहां की जनता को भी अलग-अलग कारणों से (license for new guns in Himachal) बंदूकों की चाहत है. देवभूमि के लोगों ने तीन साल में सात हजार से भी अधिक बंदूकों की मांग की है. लोगों ने नई बंदूकों के लिए लाइसेंस को लेकर कुल 7073 आवेदन जमा करवाए. इनमें से संबंधित विभाग ने 5106 लोगों के नई बंदूक के लाइसेंस बना भी दिए हैं.
असल में ग्रामीण व शहरी इलाकों की जनता को विभिन्न कारणों से लाइसेंसी हथियार की जरूरत होती है. ग्रामीण इलाकों में फसलों को बंदरों व अन्य जानवरों से बचाने के लिए किसान हवाई फायर करते हैं. इसके अलावा कई लोग आत्म रक्षा के लिए भी बंदूक रखते हैं.
हिमाचल विधानसभा बजट सत्र में (Himachal Vidhan Sabha Budget Session) इस आशय की जानकारी के लिए सवाल किया गया था. कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल ने जानना चाहा था कि (license for new guns in Himachal) तीन साल के अंतराल में सरकार ने कितनी नई बंदूकों के लाइसेंस जारी किए. इस पर लिखित जवाब में उपरोक्त जानकारी सामने आई. चूंकि गृह विभाग सीएम जयराम ठाकुर के पास है, लिहाजा सवाल के लिखित जवाब में बताया गया कि पिछले तीन साल में 1 फरवरी 2022 तक प्रदेश में नए बंदूकों के लाइसेंस बनाने के लिए कुल 7073 आवेदन आए.
ये आवेदन फसलों की सुरक्षा, आत्म सुरक्षा और रोजगार के नजरिए से आए हैं. इनमें से पांच हजार से अधिक लोगों को लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं. कुल आवेदनों में हमीरपुर से 364, मंडी से 1002, लाहुल-स्पीति से 14, बिलासपुर से 230, कुल्लू से 368, ऊना से 601, किन्नौर से 88, चंबा से 64, सोलन से 941, सिरमौर से 669 व शिमला से 1120 आवेदन आए. सबसे बड़े जिला कांगड़ा से सबसे अधिक 1512 आवेदन प्राप्त हुए.
जिलेवार लाइसेंस का ब्यौरा-
हमीरपुर | 316 |
मंडी | 652 |
लाहौल | 12 |
बिलासपुर | 128 |
कुल्लू | 182 |
ऊना | 439 |
किन्नौर | 21 |
चंबा | 58 |
सोलन | 528 |
सिरमौर | 463 |
शिमला | 630 |
कांगड़ा | 1677 |
कुल | 5106 |
जिन आवेदनों को मंजूरी दी गई, उनमें से 2696 फसलों से सुरक्षा के लिए मांगे गए थे. इसके अलावा बाकी 2344 लाइसेंस खुद की सुरक्षा के लिए मांगे गए.
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