शिमला: राजधानी शिमला में चल रहा समर फेस्टिवल (shimla summer festival) का तीसरा दिन महिलाओं के नाम रहा. शिमला के रिज मैदान और माल रोड पर 3500 महिलाओं और स्कूली छात्राओं ने एक साथ पहाड़ी नाटी डाली. इस महानाटी में 1000 आंगनबाड़ी वर्कर, पंचायती राज विभाग की 1000 महिलाएं, स्वयंसेवी संस्थाओं की 1000 महिलाएं और शिक्षा विभाग की 500 से ज्यादा लड़कियां शामिल हुई. रिज और माल रोड पर दिनभर महिलाएं आकर्षक पहाड़ी वेशभूषा में रिज मैदान (Traditional dress of Himachal) से लेकर माल रोड तक सामूहिक नाटी करती रही.
इस दौरान स्थानीय नहीं बल्कि सैलानियों के लिए भी रिज मैदान और माल रोड आकर्षण का केंद्र बना रहा. जिला प्रशासन की ओर से इस बार इसके लिए विशेष तौर पर आयोजन किया गया था. सुबह से ही महिलाएं इसके लिए जुटना शुरू हो गई थी और शाम दोपहर तक महिलाओं ने अपनी-अपनी एक टीम बनाकर रिज मैदान से लेकर माल रोड तक नाटी का आयोजन किया. जिला प्रशासन ने पहाड़ी संस्कृति को प्रमोट करने के लिए इस बार समर फेस्टिवल के लिए ये आयोजन किया था. वहीं, शहर के सभी स्कूलों के छात्र भी इस महा नाटी में शामिल हुए.
लक्कड़ बाजार स्कूल की शिक्षका अंजू शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा इस बार समर फेस्टिवल में नाटी का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूली छात्राओं ने नाटी डाली. इसके लिए छात्राओं को विशेष रूप से तैयार किया गया. उन्होंने कहा कि समर फेस्टिवल में इस तरह का आयोजन पहली बार हुआ है. उन्होंने कहा कि कोरोना चलते शिमला समर फेस्टिवल का आयोजन नहीं हो पा रहा था. लेकिन अब मामले घटने के बाद एक बार फिर इसका आयोजन किया गया है और शहर के लोग भी इस बार से काफी खुश है.
अन्य राज्यों के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति: समर फेस्टिवल का तीसरे दिन हिमाचल से लेकर अन्य राज्यों से आए कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति जारी रखी. इन्हें देखने के लिए दिन भर दर्शकों की काफी संख्या में भीड़ रिज मैदान और माल रोड पर जुटी रही. शहर ही नहीं बल्कि शहर के आसपास के लोग भी विशेष तौर पर इन्हें देखने के लिए रिज मैदान पहुंचे. वहीं, ऐसा पहली बार हुआ है की दिन में भी समर फेस्टिवल के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.