शिमलाः तहसील सुन्नी में भज्जी के दाड़वाकोट जंगल में वन विभाग की टीम ने बंदूक सहित तीन शिकारियों को धर दबोचा. घटना 1 मई रात की है, जब चंडी बीट के वनरक्षक पंकज सैनी ने वन खंड अधिकारी हरसंग, सत्यदेव शर्मा को सूचना दी कि दाड़वाकोट जंगल में फायरिंग हो रही है, जिसके बाद सत्यदेव शर्मा ने वनरक्षक हरसंग, हितेंद्र और वनरक्षक चंडी, पंकज सैनी को बीड़ की जैण पहुंचने को कहा और स्वयं भी बीड़ की जैण पहुंच गए.
इसी बीच उन्होंने पुलिस थाना सुन्नी को भी मामले की सूचना कर दी, जहां से एसएचओ भागचंद आजाद और एएसआई राजविंदर सिंह के नेतृत्व में पुलिस दल मौके पर पहुंचा. वन खंड अधिकारी सत्यदेव शर्मा ने बताया कि बीड़ की जैण के पास एक कार नंबर एचपी खड़ी थी जहां से दाड़वाकोट जंगल को रास्ता जाता है.
उन्हें शक हुआ कि शिकारी इसी गाड़ी में आए होंगे उन्होंने वन रक्षकों सहित वहीं, नाका लगा दिया पुलिस की टीम भी आसपास छानबीन करने लगी. रात लगभग 12:30 बजे चार व्यक्ति जंगल से उतरकर गाड़ी की तरफ आए. वन विभाग की ने टीम मौके पर तीन शिकारियों को पकड़ लिया जबकि एक मौके से फरार हो गया.
सत्यदेव शर्मा ने बताया कि शिकारियों के पास से एक बंदूक और एक बैग में मीट के टुकड़े बरामद किए गए. क्योंकि मीट के टुकड़ों पर खाल नहीं थी जिसे यह पता नहीं चल पाया कि मीट किस जानवर का है.
इसी बीच पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया जहां से तीनों आरोपियों को सुन्नी थाना लाया गया.आरोपियों की पहचान मोहनलाल गांव बैरटी चनावग, देवराज पुत्र मोहनलाल गांव बैरटी और हेतराम गांव धाटडु चनावग तहसील व थाना सुन्नी के रूप में हुई है.
डीएसपी सिटी शिमला दिनेश शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 188, 269, वन्य प्राणी अधिनियम व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. मीट के टुकड़ों को जांच के लिए वन्य प्राणी केंद्र टुटीकंडी भेजा जा रहा है. मौके से फरार शिकारी की तलाश भी जारी है.