कोटा/शिमला: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा से बच्चों को वापस ले जाने का क्रम शुरू किया था. इसी क्रम में अब हिमाचल भी जुड़ गया है, हिमाचल सरकार ने भी अपने 105 बच्चों के लिए 9 बसें कोटा भेजी थी, जो शुक्रवार देर रात कोटा पहुंच गई थी. इसके बाद शनिवार सुबह इन बच्चों को भेजी गई बसों में बैठाकर रवाना कर दिया गया है. बच्चे काफी खुश नजर आ रहे थे.
बता दें, कि इसके पहले सभी बच्चों की स्क्रीनिंग की गई है और उन्हें फूड पैकेट भी उपलब्ध करवाए गए हैं. उनका कहना है कि यूपी सरकार ने जो सिलसिला शुरू किया था, उसमें हमारी सरकार भी आगे आई है और यह अच्छा इनिशिएटिव है, क्योंकि हम यहां पर फंसे हुए थे. हमें कुछ दिक्कतें सामने करनी पड़ रही थी. क्योंकि हमारे हॉस्टलों में मेस बंद थे, इसके अलावा हमारे अधिकांश फ्रेंड भी यहां से चले गए थे, इस कारण हमारी स्टडी नहीं हो पा रही थी. दूसरी तरफ हमारे परिजन भी प्रेशर डाल रहे थे कि वापस आ जाओ, लेकिन कोई सुविधा हमें यहां से वापस आने की नहीं मिल रही थी.
इन 3 रूटों पर रवाना की गई है बसें...
इन बसों के लिए 3 रूट सोलन, बिलासपुर और ऊना बनाए हैं. सोलन वाले रूट की बसों में शिमला, सिरमौर और किन्नौर एरिया के कोचिंग स्टूडेंट भेजे गए हैं. बिलासपुर की बसों में मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और ऊना की बसों में हमीरपुर, कांगड़ा और चंबा जिले के बच्चों को बैठाया गया है. यह बसें कोटा के जवाहर नगर, कंट्रीइन होटल के पास और लैंड मार्क सिटी से भेजी गई है.
निदेशक ट्रांसपोर्ट जेएस पठानिया ने कहा कि छात्रों को कोटा से लाते समय मास्क सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा. एक बस में एक सीट पर एक ही छात्र को बिठाया जाएगा ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे. इसके अलावा छात्रों के रास्ते का खर्च खाना सभी सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है. परिवहन विभाग के अधिकारी भी छात्रों के साथ हैं.
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