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देवभूमि की 500 पंचायतों को जीरो वेस्ट बनाने का लक्ष्य, सिरमौर की 46 पंचायतें शामिल - स्वच्छता अभियान'

ग्रामीण विकास विभाग के सौजन्य से डीसी ऑफिस में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण कार्यक्रम के तहत सिरमौर जिला में प्रथम चरण में कूड़ा कचरा प्रबंधन पर 6 करोड़ 43 लाख रूपये की राशि व्यय की जा रही है. इसके तहत जिला की 46 पंचायतें चयनित की गई हैं.

Workshop organised in nahan
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Published : Jul 19, 2019, 9:58 PM IST

नाहन: ग्रामीण विकास विभाग के सौजन्य से डीसी ऑफिस में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत जीरो वैस्ट मैनेजमेंट संबंधित चयनित ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों सहित खंड नोडल अधिकारी, खंड समन्वयकों ने हिस्सा लिया.

कार्यशाला में जानकारी दी गई कि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण कार्यक्रम के तहत सिरमौर जिला में प्रथम चरण में कूड़ा कचरा प्रबंधन पर 6 करोड़ 43 लाख रूपये की राशि व्यय की जा रही है. इसके तहत जिला की 46 पंचायतें चयनित की गई हैं.

ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ज्ञान सागर नेगी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2 अक्तूबर तक प्रदेश की 500 ग्राम पंचायतों, जबकि जिला सिरमौर की 35 पंचायतों को जीरो वेस्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि ये वो पंचायतें हैं, जो राष्ट्रीय उच्च मार्गों के साथ लगती है और यहां पर्यटकों का ज्यादा आना जाना लगा रहता है. साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों को वेस्ट मैनेजमेंट और पर्यटकों को स्वच्छता के बारे में कैसे जागरूक कर सकते हैं, इसकी जानकारी दी गई.

वीडियो

बता दें कि सिरमौर जिला भी पर्यटन की दृष्टि से काफी मशहूर है और यहां विभिन्न राज्यों से पर्यटक पहुंचते हैं. ऐसे में अगर यह प्रयास सफल रहा तो पर्यटकों द्वारा जो कूड़ा कचरा यहां के पर्यटन क्षेत्रों में फेका जाता है, उससे जल्द ही छुटकारा मिल सकता है. कार्यशाला में उन पंचायतों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, जहां पर पर्यटकों की आवाजाही अधिक रहती है.

नाहन: ग्रामीण विकास विभाग के सौजन्य से डीसी ऑफिस में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत जीरो वैस्ट मैनेजमेंट संबंधित चयनित ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों सहित खंड नोडल अधिकारी, खंड समन्वयकों ने हिस्सा लिया.

कार्यशाला में जानकारी दी गई कि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण कार्यक्रम के तहत सिरमौर जिला में प्रथम चरण में कूड़ा कचरा प्रबंधन पर 6 करोड़ 43 लाख रूपये की राशि व्यय की जा रही है. इसके तहत जिला की 46 पंचायतें चयनित की गई हैं.

ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ज्ञान सागर नेगी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2 अक्तूबर तक प्रदेश की 500 ग्राम पंचायतों, जबकि जिला सिरमौर की 35 पंचायतों को जीरो वेस्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि ये वो पंचायतें हैं, जो राष्ट्रीय उच्च मार्गों के साथ लगती है और यहां पर्यटकों का ज्यादा आना जाना लगा रहता है. साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों को वेस्ट मैनेजमेंट और पर्यटकों को स्वच्छता के बारे में कैसे जागरूक कर सकते हैं, इसकी जानकारी दी गई.

वीडियो

बता दें कि सिरमौर जिला भी पर्यटन की दृष्टि से काफी मशहूर है और यहां विभिन्न राज्यों से पर्यटक पहुंचते हैं. ऐसे में अगर यह प्रयास सफल रहा तो पर्यटकों द्वारा जो कूड़ा कचरा यहां के पर्यटन क्षेत्रों में फेका जाता है, उससे जल्द ही छुटकारा मिल सकता है. कार्यशाला में उन पंचायतों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, जहां पर पर्यटकों की आवाजाही अधिक रहती है.

Intro:-अब हिमचल में पर्यटकों को पंचायतें भी पढ़ाएंगी स्वच्छता का पाठ 
-नाहन में ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ने ली चयनित पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यशाला 
नाहन। ग्रामीण विकास विभाग के सौजन्य से नाहन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। डीसी आफिस के बचत भवन में आयोजित इस कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के अंतर्गत जीरो वैस्ट मैनेजमेंट संबंधित चयनित ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों सहित स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्यरत खंड नोडल अधिकारियों के अलावा खंड समन्वयकों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला की अध्यक्षता ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ज्ञान सागर नेगी ने की। 


Body:कार्यशाला में जानकारी दी गई कि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण कार्यक्रम के तहत सिरमौर जिला में प्रथम चरण में कूड़ा कचरा प्रबंधन पर 6 करोड़ 43 लाख रूपए की राशि व्यय की जा रही है। इसके तहत जिला की 46 पंचायतें चयनित की गई है। बता दें कि इस कार्यशाला में उन पंचायतों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, जहां पर पर्यटकों की आवाजाही अधिक रहती है। 
ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ज्ञान सागर नेगी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2 अक्तूबर तक प्रदेश की 500 ग्राम पंचायतों, जबकि जिला सिरमौर की 35 पंचायतों को जीरो वेस्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ये वो पंचायतें हैं, जो राष्ट्रीय उच्च मार्गों के साथ लगती है और यहां पर्यटकों का ज्यादा आना जाना लगा रहता है। उन्होंने बताया कि पंचायत प्रतिनिधियों को वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित जानकारी दी गई है। साथ ही उन्हें यह भी बताया गया कि वह पर्यटकों को स्वच्छता के बारे में कैसे जागरूक कर सकते हैं।
बाइट: ज्ञान सागर नेगी, संयुक्त सचिव ग्रामीण विकास विभाग


Conclusion:उल्लेखनीय है कि सिरमौर जिला भी पर्यटन की दृष्टि से काफी मशहूर है और यहां विभिन्न राज्यों से पर्यटक पहुंचते हैं। ऐसे में अगर यह प्रयास सफल रहा तो पर्यटकों द्वारा जो कूड़ा कचरा यहां के पर्यटन क्षेत्रों में फैंका जाता है, उससे जल्द ही छुटकारा मिल सकता है।
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