नाहन: जिला सिरमौर के ट्रेजरी कार्यालय नाहन (Treasury Office Nahan) में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले मामले में एसआईटी का गठन किया गया (SIT formed in crores scam case in Nahan) है. जिसकी जांच का जिम्मा डीएसपी हेडक्वार्टर मीनाक्षी को सौंपा गया है. यही नहीं जिन खातों में गबन का पैसा ट्रांसफर किया गया है, उन्हें भी फ्रीज कर दिया गया है. इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है. बता दें कि जिला ट्रेजरी कार्यालय नाहन में 2012 से 2018 तक डीटीओ रहे सतीश कुमार के खिलाफ मंगलवार को नाहन पुलिस ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था.
मौजूदा समय में हिप्पा में बतौर डिप्टी डायरेक्टर तैनात सतीश कुमार पर विभागीय जांच के बाद नाहन में आईपीसी की धारा 409 व 420 में मामला दर्ज हुआ. आरोप है कि तत्कालीन जिला कोषाधिकारी सतीश कुमार ने पेंशनरों के पीपीओ से 1.69 करोड़ की वित्तीय लाभ अपने परिजनों के बैंक खातों में ट्रांसफर (crores scam in Treasury Office Nahan) किए. जिला अधिकारी के द्वारा ई-पेंशन सॉफ्टवेयर में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया गया. जानकारी के मुताबिक विभाग ने पहले अपने स्तर पर आंतरिक जांच अमल में लाई, इसमें तस्दीक होने के बाद ही मामला दर्ज करवाया गया.
ट्रेजरी कार्यालय नाहन की ओर से पुलिस में दी शिकायत में कहा गया कि घोटाले को पीपीओ नंबर के जरिए अंजाम दिया गया. आरोपी अधिकारी ने फर्जी तरीके से पेंशनरों के वित्तीय लाभ अपनी पत्नी और बच्चों के बैंक खातों में जमा किए. देखना यह भी होगा कि कहीं पेंशनर के असल वित्तीय लाभों का भी गोलमाल तो नहीं हुआ है. फिलहाल यह सब जांच के बाद ही सामने आ सकेगा. वहीं एसपी सिरमौर ओमापति जम्वाल ने पुष्टि करते हुए बताया कि मामला दर्ज होने के बाद आज मामले की गहनता से जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है.