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आजादी के 70 दशक बाद भी सड़क सुविधा से वंचित इस गांव के लोग, कई किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर - no road facility in nahan

पांवटा साहिब विकासखंड की शावगा,बनोर और जामना पंचायतें आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. दरअसल सड़क न होने की वजह से लोगों को 5 किलोमीटर तक का सफर पैदल तय करना पड़ता है.

सड़क
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Published : Sep 21, 2019, 11:42 AM IST

Updated : Sep 21, 2019, 2:38 PM IST

नाहन: पांवटा साहिब विकासखंड की 3 पंचायतों के लोगों को आज तक सड़क सुविधा मुहैया नहीं कराई गई. ऐसे में ग्रामीणों ने मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए के नदी के ऊपर झूला पुल बनाया था, लेकिन बारिश की वजह से वो भी क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे स्थानीय निवासी मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर का सफर पैदल तय करते हैं.

वीडियो

लोगों ने बताया कि गांव में बहने वाली टोंस नदी पर सालों पहले झूला पुल बनाया था. जिसकी सहायता से वो नदी पार करते थे, लेकिन 18 अगस्त को हुई भारी बरसात में ये पुल भी बह गया. जिससे पुल पर आम लोगों की आवाजाही बंद हो गई है. उन्होंने बताया कि मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए उन्हें करीब 5 किलोमीटर तक का पैदल सफर करना पड़ता है.

लोगों ने बताया कि पुल टूटने के कारण नकदी फसलें सब्जी मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रही हैं. जिससे अभी तक करीब 8 से 10 लाख की सब्जियां बर्बाद हो चुकी हैं. उन्होंने बताया कि मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि अपनी समस्याओं को लेकर 3 पंचायतों के लोग डीसी सिरमौर से मिलने पहुंचे और समस्याओं से अवगत कराया. 3 पंचायतों में पांवटा साहिब विकासखंड की शावगा,बनोर और जामना पंचायत के लोग शामिल है.

नाहन: पांवटा साहिब विकासखंड की 3 पंचायतों के लोगों को आज तक सड़क सुविधा मुहैया नहीं कराई गई. ऐसे में ग्रामीणों ने मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए के नदी के ऊपर झूला पुल बनाया था, लेकिन बारिश की वजह से वो भी क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे स्थानीय निवासी मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर का सफर पैदल तय करते हैं.

वीडियो

लोगों ने बताया कि गांव में बहने वाली टोंस नदी पर सालों पहले झूला पुल बनाया था. जिसकी सहायता से वो नदी पार करते थे, लेकिन 18 अगस्त को हुई भारी बरसात में ये पुल भी बह गया. जिससे पुल पर आम लोगों की आवाजाही बंद हो गई है. उन्होंने बताया कि मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए उन्हें करीब 5 किलोमीटर तक का पैदल सफर करना पड़ता है.

लोगों ने बताया कि पुल टूटने के कारण नकदी फसलें सब्जी मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रही हैं. जिससे अभी तक करीब 8 से 10 लाख की सब्जियां बर्बाद हो चुकी हैं. उन्होंने बताया कि मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि अपनी समस्याओं को लेकर 3 पंचायतों के लोग डीसी सिरमौर से मिलने पहुंचे और समस्याओं से अवगत कराया. 3 पंचायतों में पांवटा साहिब विकासखंड की शावगा,बनोर और जामना पंचायत के लोग शामिल है.

Intro:
जनसमस्या......
3 पंचायतों के लोग सड़क सुविधा से वँचित,
हजारों की आबादी हो रही परेशान,
डीसी से मिलने नाहन पहुँचे लोग,
बरसात में बह गया था टोंस नदी पर
बना अस्थाई झूला पुल,
जामना,बनोर,शावगा पँचायत के लोग झेल रहे परेशानी,
मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर का पैदलसफर,
लाखों की नकदी फ़सलें हो रही है तबाह,
8 से 10 लाख की फसलें हो चुकी बर्बाद,
करीब आधा दर्जन गाँव हो रहे प्रभावित,
मरीजों को ले जाने में हो रही दिक्कतें।Body:
एंकर - पावटा साहिब विकासखंड की 3 पंचायतों के लोगों को इन दिनों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल यहां लोगों को आज तक सड़क सुविधा तो मिली ही नहीं मिली है मगर अस्थाई तौर पर लोगों ने जो नदी के ऊपर झूला पुल बनाया था वह भी बरसात में क्षतिग्रस्त हो गया है। समस्या को लेकर पंचायतों के लोग उपायुक्त सिरमौर से मिलने नाहन पहुंचे...
वीओ 1 अपनी समस्या को लेकर कई किलोमीटर का सफर तय करना जिला मुख्यालय नाहन पहुंचे यह लोग पांवटा साहिब विकासखंड की शावगा,बनोर और जामना पँचायत के है। लोगों का कहना है कि सड़क सुविधा ना होने के चलते उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लोगों की माने तो उन्होंने यहां बहने वाली टोंस नदी पर सालों पहले झूला पुल बनवाया था जिसकी सहायता से वह नदी पार करते थे मगर हाल में 18 अगस्त को हुई भारी बरसात में यह पुल भी बह गया जिससे आम लोगों की आवाजाही बंद हो गई है। लोगों की माने तो मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए उन्हें करीब पांच से 6 किलोमीटर तक का पैदल सफर तय करना पड़ता है। उपायुक्त से मिलकर लोगों ने समस्या के समाधान की गुहार लगाई।
बाईट - स्थानीय निवासी
बाईट -स्थानीय निवासी
वीओ 2 लोगों का कहना है कि पुल टूटने के कारण अब नकदी फसलें सब्जी मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे है। पुल टूटने के बाद अभी तक करीब 8 से 10 लाख की सब्जियां बर्बाद हो चुकी है। वहीं लोगों का यह भी कहना है कि मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में सरकार को तुरंत यहां के लोगों की परेशानी को देखते हुए उचित कदम उठाने चाहिए।
बाईट -स्थानीय निवासीConclusion:
Last Updated : Sep 21, 2019, 2:38 PM IST
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