नाहनः शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश की जयराम सरकार पर बड़ा हमला बोला है. विक्रमादित्य सिंह ने जयराम सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि निर्णय पलटने में माहिर जयराम सरकार को अपना नाम पलटूराम सरकार रखना चाहिए.
मीडिया से बातचीत करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार दिशाहीन सरकार है और अपने निर्णय को बदलने में माहिर है. ऐसे में मौजूदा सरकार को अपना नाम बदलकर पलटूराम सरकार रख लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सरकार पूर्व वीरभद्र सरकार के कार्यों के रिबन काटने में और अपने निर्णय लेने के बाद उसे बदलने में माहिर है. नए विकास कार्य करने में सरकार को कोई रूचि नहीं है.
कर्ज लेना जयराम सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जयराम सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि कर्ज लेने की उपलब्धि है. इसके सहारे हिमाचल में सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हमेशा कर्ज लेने के लिए याद रखे जाएंगे और यह राज्य के पहले मुख्यमंत्री बनेंगे, जिन्होंने अपनी ही कार्यकाल में 45 हजार करोड़ का कर्ज हिमाचल सरकार के माथे पर थोपा है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को न केंद्र से प्रधानमंत्री मोदी और न ही अमित शाह कोई मदद कर रहे हैं. ऐसे में ऋण ही एक मात्र सरकार का सहारा है और मौजूदा में 60 हजार करोड़ का कर्जा राज्य सरकार पर है.
कांग्रेस का युवा कार्यकर्ता निभाएगा भागीदारी
विक्रमादित्य सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी में युवाओं की भागीदारी हर स्तर पर रही है. चाहे वह लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा या फिर पंचायती राज चुनाव. इस दौरान विक्रमादित्य सिंह ने यह भी कहा कि प्रदेश में मंडी संसदीय सीट के साथ एक विधायक पद की सीट के लिए भी उपचुनाव होना है. इसके लिए पार्टी को अभी से तैयार रहने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि आगामी चुनाव में कांग्रेस पार्टी का युवा कार्यकर्ता हमेशा की तरह भागीदारी निभाएगा.
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