मंडी: पंडोह से औट तक फोरलेन के लिए बनाई जा रही दस टनलों में से सबसे लंबी टनल की बोरिंग का काम शनिवार को पूरा हो गया है. टनल का शुभारंभ एनएचएआई के रिजनल डायरेक्टर जीएस सांगा ने रिबन काटकर किया.
दरअसल मनाली जाने वाले पर्यटकों को भले ही सही सड़क सुविधा न मिल रही हो लेकिन आने वाले समय में उन्हें बेहतरीन सड़क सुविधा मिले इसके लिए फोरलेन के लिए बनाई जा रही टनलों का काम तेज गति से चल रहा है. पंडोह से औट तक का हिस्सा भूस्खलन वाला है और यहां पर फोरलेन को टनलों से होकर गुजारा जाएगा. इसके लिए दस टनलों का निर्माण किया जा रहा है. एनएचएआई ने ये काम एफकॉन कंपनी को सौंपा है.
बता दें कि इस टनल की बोरिंग का काम सितंबर 2018 में शुरू हुआ था और दोनों तरफ से रोजाना 11मी. की खुदाई के साथ निर्धारित समय से पहले ही इस कार्य को पूरा कर लिया गया है. टनल की बोरिंग का काम दोनों तरफ से पूरा हो गया और इसके दोनों छोर आपस में मिल गए हैं. औट के पास 2.9 किमी की सबसे लंबी टनल बनाई जा रही है.
एफकॉन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके सिंह ने बताया कि टनलों के निर्माण में एनएटीएम यानी न्यू आस्ट्रियन टनलिंग मैथड़ का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 42 महीनों में सारे कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दिन रात काम किया जा रहा है. साथ ही बताया कि नई तकनीक वाली इन टनलों में हर प्रकार की सुविधा होगी और यहां से गुजरने वाले यात्रियों को एक नया अनुभव होगा.
एनएचएआई के रिजनल डायरेक्टर जीएस सांगा ने बताया कि दिसंबर से पहले दो और टनलों की बोरिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा और निर्धारित समय पर इस पूरे प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लिया जाएगा.