करसोग/मंडीः जिला में एक बुजुर्ग ने शुक्रवार को जहरीली दवाई निगल ली, जिसे बेहोशी की हालत में उपचार के लिए सिविल अस्पताल लाया गया. जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी रेफर किया गया. मेडिकल ऑफिसर की सूचना पर करसोग थाना से पुलिस सिविल अस्पताल पहुंची, लेकिन बुजुर्ग बयान देने की हालत में नहीं था. जिस पर पुलिस ने साथ आये बेटे का बयान दर्ज किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग की पहचान धार काण्डलु के 67 वर्षीय बजुर्ग निक्काराम डाकखाना सपनोट तहसील करसोग जिला मंडी के रूप में हुई है, जिसने शुक्रवार दोपहर जहरीली दवाई निगल ली थी. बताया जा रहा है कि बजुर्ग सहित परिवार के सदस्य दोपहर को घर में आराम कर रहे थे.
बजुर्ग भी अपने कमरे में आराम कर रहा था. आराम करने के उपरांत जब घर के सदस्यों ने देखा कि बजुर्ग अपने कमरे में नहीं है तो उसकी तलाश शुरू कर दी. इस दौरान साथ लगते जंगल में बजुर्ग मिला, पास पहुंचने पर पाया गया कि बजुर्ग ने दवाई निगल ली थी.
घर के लोगों ने तुरन्त बुजुर्ग को सिविल अस्पताल करसोग उपचार के लिए लाया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद शिमला स्थित आईजीएमसी के लिए रेफर कर दिया.
आईओ छज्जू राम ने बताया कि सिविल अस्पताल से मेडिकल ऑफिसर ने सूचना दी कि जहरीले पदार्थ को निगलने का एक मामला सामने आया है, जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची, जहां पाया गया कि धार काण्डलु गांव के निक्काराम ने जहरीली दवाई का सेवन किया है. इस पर बुजुर्ग व्यक्ति का बयान लेना चाहा, लेकिन मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि बुजुर्ग बयान देने की स्थिति में नहीं है. इस पर बेटे का बयान कलमबद्ध किया गया. उन्होंने कहा कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है.