सरकाघाट/मंडीः उपमंडल सरकाघाट की फतेहपुर पंचायत के लुणाधा गांव में एक परिवार जर्जर मकान में रह रहा है. परिवार में तीन सदस्य हैं और इनके पास आर्थिकी का कोई भी साधन नहीं है. हालात ये हैं कि परिवार इस बात से भी अनजान है कि जर्जर मकान कभी भी गिर सकता है. भवन और रहने की तस्वीरें विचलित कर देने वाली हैं.
परिवार के सदस्यों की बात करें तो कमला देवी पत्नी स्वर्गीय ईश्वर दास, इनका बेटा अशोक कुमार, बेटी बबली देवी है. ग्रामीण बताते हैं कि इस परिवार के घर को देखकर ऐसा लगता है जैसे सालों से इस घर में कोई नहीं रहता, लेकिन हैरानी की बात है कि इस घर में इन तीनों को देखा जा सकता है. इनके पास रहने, खाने पीने, पहनने और आय का कोई साधन नहीं है. इन सभी चीजों के लिए ग्रामीणों पर ही निर्भर हैं.
अशोक की चाची बीना देवी का कहना है कि उन्होंने अपने घर में इनको एक कमरा दिया है, लेकिन परिवार उसमें नहीं रहता है. वे इस जर्जर भवन में रहते हैं, जो कभी भी गिर सकता है. उन्होंने कहा कि उनसे जितना होता है, वे इनकी मदद करते हैं. वहीं, उन्होंने सरकार से परिवार के लिए मदद की गुहार लगाई है. साथ ही अन्य ग्रामीणों ने भी प्रशासन से परिवार की मदद करने की मांग की है.
उधर, इस बारे में पंचायत प्रधान राकेश कुमार ने बताया कि परिवार को आईआरडीपी की सुविधा दी जा रही है और परिवार के मकान के लिए इनका नाम सरकार को भेज दिया गया है.
प्रज्ज्वल शर्मा ने डीसी को लिखा पत्र
इस परिवार को समाज के सामने लाने में सरकाघाट की बरच्छवाड़ पंचायत के नन्हें प्रज्ज्वल शर्मा ने अहम भूमिका निभाई है. प्रज्ज्वल ने बताया कि वह स्वयं अपने पिता के साथ लुणाधा में गया था, जहां पर इस परिवार को देखकर वह हैरान रह गया कि आज के समय में भी कोई इस तरह का जीवन व्यतीत कर रहा है. उसने इस परिवार की जीवन को सुधारने के लिए डीसी मंडी ऋगवेद ठाकुर को पत्र लिखा है.
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