मंडी: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस में खलबली मची हुई है. हार के बाद से कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है. लोकसभा चुनाव में मंडी में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. यहां से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
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मंडी जिला कांग्रेस ने हार के कारणों का पता लगाने के लिए समीक्षा बैठक बुलाई है. इस समीक्षा बैठक में पूर्व मंत्री समेत वरिष्ठ पदाधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है. मंडी जिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा के लिए जिला कांग्रेस कमेटी ने आगामी चार जून को गांधी भवन मंडी में समीक्षा बैठक बुलाई है.
बैठक की अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष करेंगे, जबकि पूर्व कैबिनेट मंत्री कौल सिंह ठाकुर व प्रकाश चौधरी बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे. बैठक में सभी ब्लॉक अध्यक्ष, गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी, पूर्व विधायक, जिला से संबंधित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, सदस्य व कांगेस कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है.
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बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम व उनके पोते आश्रय शर्मा भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. कांग्रेस हाईकमान ने आश्रय पर भरोसा जताते हुए पार्टी टिकट भी दे दिया था. इस राजनीतिक उथल पुथल से कांग्रेस में आंतरिक तौर पर घमासान भी मचा रहा. हालांकि बाद में हाई कमान के निर्देश पर सभी कांग्रेसी आश्रय के पक्ष में दिखे.
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पंडित सुखराम के धुर विरोधी माने जाने वाले पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह भी आश्रय के साथ दिखे और उन्होंने भी आश्रय के तारीफों के पुल बांधे, लेकिन पंडित सुखराम को माफ न करने की बात भी कह डाली. चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व सीएम के इस बयान को भाजपा ने खूब भुनाया.