मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट (CM jairam dream project ) अब धरातल पर उतरने लग गया है. मंडी जिले की बल्ह घाटी में प्रस्तावित ग्रीन फिल्ड एयरपोर्ट (Balh Airport of Mandi) के लिए लीडार सर्वे के दौरान चिन्हित की गई जमीन पर राजस्व विभाग ने पक्की बुर्जियां लगाने का कार्य आज से शुरू कर दिया है. बता दें कि बल्ह घाटी में इस एयरपोर्ट के लिए तीन हजार बीघा जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. इसमें 2577 बीघा भूमि नीजी है, जबकि मात्र 419 बीघा जमीन सरकारी है.
मुख्यमंत्री बनने के बाद जयराम ठाकुर ने मंडी में बड़ा एयरपोर्ट बनाने की बात कही थी और इसके लिए केंद्र सरकार से भी सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. वहीं, एक हजार करोड़ के बजट का प्रावधान भी केंद्र सरकार की तरफ से कर दिया गया है. अभी तक एयरपोर्ट के लिए ओएलएस और लीडार सर्वे हो चुके हैं. एयरपोर्ट निर्माण के लिए बल्ह और नाचन विधानसभा क्षेत्र (Nachan Assembly Constituency) के तहत आने वाले पांच राजस्व मुहाल प्रभावित हो रहे हैं, जिनमें कुम्मी, स्यांह, ढाबण, टांवा और छातडू शामिल हैं.
वहीं, इस एयरपोर्ट की जद में तीन सरकारी स्कूल (Green Field Airport in Mandi) भी आ रहे हैं जिन्हें दूसरी जगह स्थापित करने के लिए शिक्षा विभाग ने भी कसरत शुरू कर दी है.जो अन्य विभागीय कार्यालय या फिर योजनाएं इसकी जद में आ रही हैं, उनका राजस्व विभाग ने पहले से ही आकलन कर रखा है.राजस्व विभाग ने अभी तक जो मसौदा तैयार किया है उसके अनुसार 2862 की आबादी और 589 आवासीय और व्यापारिक भवन एयरपोर्ट की जद में आने वाले हैं.
पक्की बुर्जियां लगाने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी. जमीनों, भवनों और अन्य प्रकार की संपतियों की मूल्यांकन करने के बाद प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा. डीसी मंडी अरिंदम चौधरी (DC Mandi Arindam Choudhary) ने बताया कि एयरपोर्ट निर्माण को लेकर प्रशासनिक स्तर पर जो भी कार्य होने हैं, उन्हें समय रहते किया जा रहा है. सारी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजी जा रही है. अभी बुर्जियां लगाने का कार्य शुरू हुआ है और उसके बाद जो आगामी प्रक्रिया होगी, उसे पूरा किया जाएगा.