मंडी: 2016 के पंचायत चुनावों में मात्र 22 वर्ष की आयु में जीत हासिल करके देश की सबसे युवा प्रधान का खिताब अपने नाम करने वाली जबना चौहान इस बार पंचायत चुनाव नहीं लड़ेंगी. बता दें कि जबना चौहान मंडी जिला के सराज क्षेत्र के तहत आने वाली थरजून पंचायत के केलोधार गांव की रहने वाली हैं.
2016 में जबना बनी थी पंचायत प्रधान
2016 में जबना चौहान थरजून पंचायत से बतौर पंचायत प्रधान चुनकर आई थीं. उस वक्त जबना की आयु मात्र 22 वर्ष की थी और वह देश की सबसे कम उम्र की महिला प्रधान के रूप में जानी गईं. जबना चौहान ने इस बार पंचायत चुनाव न लड़ने की बात कही है.
एनजीओ के जरिए लोगों को जागरूक करेंगी जबना
जबना चौहान ने ओरिएंटल फाउंडेशन के नाम से एनजीओ बनाया है और उसी एनजीओ के माध्यम से जनसेवा करने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि वह एनजीओ के माध्यम से जनसेवा करना चाहती हैं. उन्होंने अपनी पंचायत थरजून में स्वच्छता और नशाबंदी के प्रति लोगों को जागरूक करने के प्रयास किए, जिनमें उनको काफी हद तक सफलता मिली है.
जबना चौहान ने पंचायत में खुलवाए विभागों के कार्यालय
जबना चौहान ने पंचायत में कई अहम विभागों के कार्यालय खुलवाए और मनरेगा सहित अन्य प्रकार के फंड के माध्यम पंचायत के विकास को एक नई दिशा देने का प्रयास किया. जबना के अनुसार उन्हें सबसे युवा प्रधान के नाते देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों में जाकर अपनी बात रखने का मौका मिला.
जबना ने टॉयलेट फिल्म का किया था प्रमोशन
जबना चौहान ने फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा की गुरुग्राम में प्रमोशन भी की थी. इसके लिए अक्षय कुमार ने उन्हें विशेष तौर पर आमंत्रित किया था. बता दें कि ग्राम पंचायत थरजून में प्रधान पद इस बार भी महिला आरक्षित है लेकिन जबना चौहान ने पंचायत चुनावों से पूरी तरह से किनारा कर लिया है.
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