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बिजली विभाग ने काटा 200 साल पुराना बरगद का पेड़, स्थानीय लोगों में रोष - सुंदरनगर में बरगद का पेड़ काटा

बिजली विभाग ने दो सौ साल पुराने बरगद के पेड़ को बिना अनुमति के काट डाला. सब डिवीजन के मुख्य द्वार पर पेड़ को महज बीस फुट दूरी पर बिजली की तारों के लगने का हवाला देते हुए उसकी बड़ी-बड़ी शाखाओं को काट दिया गया. इस बात की खबर जब स्थानीय लोगों को पता लगी तो उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है.

electricity department cut banyan tree of two hundred years old In Sundernagar
बरगद का पेड़ काटा
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Published : Aug 11, 2020, 11:21 AM IST

सुंदरनगर/मंडीः उपमंडल के कांगू में बिजली विभाग ने दो सौ साल पुराने बरगद के पेड़ को बिना अनुमति के काट डाला. सब डिवीजन के मुख्य द्वार पर पेड़ को महज बीस फुट दूरी पर बिजली की तारों के लगने का हवाला देते हुए उसकी बड़ी-बड़ी शाखाओं को काट दिया गया.

इस बात की खबर जब स्थानीय लोगों को पता लगी तो उन्होंने इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की है. बता दें कि स्थानीय लोगों व हिन्दू धर्म की आस्था माने जाने वाले बरगद और पीपल के पेड़, जिसकी स्थानीय लोगों ने अपनी आस्था के अनुसार उनका पारम्परिक मान्यताओं से उनका विवाह भी करवाया गया था. पेड़ की शाखाओं को बिना अनुमति से काटे जाने पर स्थानीय लोगों में विभाग के खिलाफ भारी रोष है.

इस बारे में विभाग के एसडीओ राजेश कौंडल से बात की गई तो उन्होंने कहा की विभाग के कर्मचारियों ने पेड़ की शाखाओं को काटा गया है. एसडीओ ने बताया कि इस पेड़ की टहनियां बिजली की तारों के साथ लग रही थी, लेकिन कर्मचारियों की गलती के कारण उसकी बड़ी-बड़ी शाखाओं को काटना गलत है. इसके लिए उन्होंने खेद प्रकट किया है.

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सुंदरनगर/मंडीः उपमंडल के कांगू में बिजली विभाग ने दो सौ साल पुराने बरगद के पेड़ को बिना अनुमति के काट डाला. सब डिवीजन के मुख्य द्वार पर पेड़ को महज बीस फुट दूरी पर बिजली की तारों के लगने का हवाला देते हुए उसकी बड़ी-बड़ी शाखाओं को काट दिया गया.

इस बात की खबर जब स्थानीय लोगों को पता लगी तो उन्होंने इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की है. बता दें कि स्थानीय लोगों व हिन्दू धर्म की आस्था माने जाने वाले बरगद और पीपल के पेड़, जिसकी स्थानीय लोगों ने अपनी आस्था के अनुसार उनका पारम्परिक मान्यताओं से उनका विवाह भी करवाया गया था. पेड़ की शाखाओं को बिना अनुमति से काटे जाने पर स्थानीय लोगों में विभाग के खिलाफ भारी रोष है.

इस बारे में विभाग के एसडीओ राजेश कौंडल से बात की गई तो उन्होंने कहा की विभाग के कर्मचारियों ने पेड़ की शाखाओं को काटा गया है. एसडीओ ने बताया कि इस पेड़ की टहनियां बिजली की तारों के साथ लग रही थी, लेकिन कर्मचारियों की गलती के कारण उसकी बड़ी-बड़ी शाखाओं को काटना गलत है. इसके लिए उन्होंने खेद प्रकट किया है.

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