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मंडी को आदर्श नगर बनाने में IIT की मदद लेगा प्रशासन, उपायुक्त ने निदेशक के साथ किया MOU साइन - 'प्रयास' का मुख्य फोकस पर्यावरण

शहर मंडी को आदर्श नगर बनाने में आईआईटी मंडी जिला प्रशासन का सहयोग करेगा. इसके लिए डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. गोन्सालव्स के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.

DC mandi signed MOU with IIT
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Published : Nov 22, 2019, 11:55 AM IST

मंडी: शहर मंडी को विकास की दृष्टि से एक आदर्श नगर बनाने में जिला प्रशासन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी ( आईआईटी ) की मदद लेगा. इसके लिए प्रशासन ने आईआईटी प्रबंधन के साथ एक समझौता किया है. जिसमें आईआईटी नगर शहर के लिए नई परियोजनाओं की रूप रेखा बनाने, समस्याओं के वैज्ञाानिक समाधान सुझाने और तकनीकी सहयोग देने में प्रशासन की मदद करेगा.

इसे लेकर डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. टिमोथी ए. गोन्सालव्स के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने कमांद में आईआईटी परिसर में निदेशक व प्रबंधन के अन्य सदस्यों के साथ बैठक की और इस साझेदारी को लेकर विस्तार से चर्चा की.

वीडयो.

डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि आईआईटी मंडी के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग को लेकर समझौता किया गया है. इसमें 'प्रयास' के नाम से एक सहयोग मंच बनाने का फैसला लिया गया है, जिसमें आईआईटी प्रबंधन के सदस्यों के साथ जिला प्रशासन, नगर परिषद मंडी और लोक निर्माण विभाग, विद्युत एवं आईपीएच जैसे सभी प्रमुख विभागों के मुख्य अधिकारी शामिल रहेंगे.

डीसी मंडी ने बताया कि आईआईटी मंडी के निदेशक इस मंच के अध्यक्ष होंगे, जबकि डीसी मंडी मंच के समन्वयक होंगे. अन्य विशेषज्ञ लोगों के साथ-साथ अतिरिक्त डीसी मंडी व नगर परिषद मंडी अध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे. आईआईटी मंडी के रजिस्ट्रार इसके नोडल अधिकारी होंगे.

इस ओर होगा फोकस

'प्रयास' का मुख्य फोकस पर्यावरण, पानी, कचरा निष्पादन, ऊर्जा, यातायात, डैटा प्रबंधन व शिक्षा स्तर में सुधार से जुड़े मामलों पर रहेगा. फोरम मंडी को आधुनिक जन सुविधाओं की उपलब्धता के साथ देश का आदर्श नगर बनाने के लिए समर्पित व नियोजित कोशिश करेगा.

ये मंच एक संयुक्त फोरम के तौर पर मिलकर कर काम करते हुए मंडी की वर्तमान की जरूरतों के साथ-साथ जनहित में भविष्योन्मुखी विकास पहलों को तरजीह देगा. 'प्रयास' की पहली बैठक 28 नवंबर को कमांद में आईआईटी परिसर में होगी.

कायम होगी व्यापक सहयोग की स्थाई व्यवस्था

ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि आईआईटी मंडी जनकल्याण के कामों में सहयोग के लिए स्वयं हमेशा तत्पर रहा है और समय-समय पर विभिन्न परियोजनाओं को व्यावहारिक रूप देने में प्रशासन की मदद करता रहा है, लेकिन व्यापक सहयोग व साझेदारी को लेकर एक स्थायी व्यवस्था कायम करने और उनकी विशेषज्ञता का पूरा लाभ लेने के लिए यह फोरम बनाई गई है.

डीसी को लिखें पत्र

डीसी ने मंडी की सभी सामाजिक संस्थाओं व बुद्धिजीवियों से आग्रह किया है कि मंडी के विकास को लेकर अपने अभिनव विचार, सुझाव व योजना को प्रशासन के साथ साझा करें. इसे लेकर डीसी कार्यालय को पत्र अथवा ईमेल भी की जा सकती है. लोगों की जरुरत अनुसार फोरम की बैठक में बुला कर उनके विचार को आगे अमलीजामा पहनाने को लेकर चर्चा की जाएगी.

ये भी पढ़ें- व्यक्ति ने वीडियो बनाकर कटवाया अनिल शर्मा की गाड़ी का चालान, नो पार्किंग में खड़ी थी विधायक की कार

मंडी: शहर मंडी को विकास की दृष्टि से एक आदर्श नगर बनाने में जिला प्रशासन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी ( आईआईटी ) की मदद लेगा. इसके लिए प्रशासन ने आईआईटी प्रबंधन के साथ एक समझौता किया है. जिसमें आईआईटी नगर शहर के लिए नई परियोजनाओं की रूप रेखा बनाने, समस्याओं के वैज्ञाानिक समाधान सुझाने और तकनीकी सहयोग देने में प्रशासन की मदद करेगा.

इसे लेकर डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. टिमोथी ए. गोन्सालव्स के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने कमांद में आईआईटी परिसर में निदेशक व प्रबंधन के अन्य सदस्यों के साथ बैठक की और इस साझेदारी को लेकर विस्तार से चर्चा की.

वीडयो.

डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि आईआईटी मंडी के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग को लेकर समझौता किया गया है. इसमें 'प्रयास' के नाम से एक सहयोग मंच बनाने का फैसला लिया गया है, जिसमें आईआईटी प्रबंधन के सदस्यों के साथ जिला प्रशासन, नगर परिषद मंडी और लोक निर्माण विभाग, विद्युत एवं आईपीएच जैसे सभी प्रमुख विभागों के मुख्य अधिकारी शामिल रहेंगे.

डीसी मंडी ने बताया कि आईआईटी मंडी के निदेशक इस मंच के अध्यक्ष होंगे, जबकि डीसी मंडी मंच के समन्वयक होंगे. अन्य विशेषज्ञ लोगों के साथ-साथ अतिरिक्त डीसी मंडी व नगर परिषद मंडी अध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे. आईआईटी मंडी के रजिस्ट्रार इसके नोडल अधिकारी होंगे.

इस ओर होगा फोकस

'प्रयास' का मुख्य फोकस पर्यावरण, पानी, कचरा निष्पादन, ऊर्जा, यातायात, डैटा प्रबंधन व शिक्षा स्तर में सुधार से जुड़े मामलों पर रहेगा. फोरम मंडी को आधुनिक जन सुविधाओं की उपलब्धता के साथ देश का आदर्श नगर बनाने के लिए समर्पित व नियोजित कोशिश करेगा.

ये मंच एक संयुक्त फोरम के तौर पर मिलकर कर काम करते हुए मंडी की वर्तमान की जरूरतों के साथ-साथ जनहित में भविष्योन्मुखी विकास पहलों को तरजीह देगा. 'प्रयास' की पहली बैठक 28 नवंबर को कमांद में आईआईटी परिसर में होगी.

कायम होगी व्यापक सहयोग की स्थाई व्यवस्था

ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि आईआईटी मंडी जनकल्याण के कामों में सहयोग के लिए स्वयं हमेशा तत्पर रहा है और समय-समय पर विभिन्न परियोजनाओं को व्यावहारिक रूप देने में प्रशासन की मदद करता रहा है, लेकिन व्यापक सहयोग व साझेदारी को लेकर एक स्थायी व्यवस्था कायम करने और उनकी विशेषज्ञता का पूरा लाभ लेने के लिए यह फोरम बनाई गई है.

डीसी को लिखें पत्र

डीसी ने मंडी की सभी सामाजिक संस्थाओं व बुद्धिजीवियों से आग्रह किया है कि मंडी के विकास को लेकर अपने अभिनव विचार, सुझाव व योजना को प्रशासन के साथ साझा करें. इसे लेकर डीसी कार्यालय को पत्र अथवा ईमेल भी की जा सकती है. लोगों की जरुरत अनुसार फोरम की बैठक में बुला कर उनके विचार को आगे अमलीजामा पहनाने को लेकर चर्चा की जाएगी.

ये भी पढ़ें- व्यक्ति ने वीडियो बनाकर कटवाया अनिल शर्मा की गाड़ी का चालान, नो पार्किंग में खड़ी थी विधायक की कार

Intro:मंडी : मंडी शहर को विकास की दृष्टि से एक आदर्श नगर बनाने में जिला प्रशासन आईआईटी मंडी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) की मदद लेगा। इसके लिए प्रशासन ने आईआईटी प्रबंधन के साथ एक समझौता किया है। इसके अनुसार आईआईटी मंडी नगर के लिए नई परियोजनाओं की रूप रेखा बनाने, समस्याओं के वैज्ञाानिक समाधान सुझाने और तकनीकी सहयोग देने में प्रशासन की मदद करेगा। 



Body:इसे लेकर उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. टिमोथी ए. गोन्सालव्स के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने बुधवार सायं कमांद में आईआईटी परिसर में निदेशक व प्रबंधन के अन्य सदस्यों के साथ बैठक की और इस साझेदारी को लेकर विस्तार से चर्चा की। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि आईआईटी मंडी के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग को लेकर समझौता किया गया है। ‘प्रयास’ के नाम से एक सहयोग मंच बनाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें आईआईटी प्रबंधन के सदस्यों के साथ जिला प्रशासन, नगर परिषद मंडी और लोक निर्माण विभाग, विद्युत एवं आईपीएच जैसे सभी प्रमुख विभागों के मुख्य अधिकारी शामिल रहेंगे। उन्होंने बताया कि आईआईटी मंडी के निदेशक इस मंच के अध्यक्ष होंगे, जबकि उपायुक्त मंच के समन्वयक होंगे। अन्य विशेषज्ञ लोगों के साथ साथ अतिरिक्त उपायुक्त मंडी व नगर परिषद मंडी अध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे। आईआईटी मंडी के रजिस्ट्रार इसके नोडल अधिकारी होंगे। 
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इस ओर होगा मुख्य फोकस
‘प्रयास’ का मुख्य फोकस पर्यावरण, पानी, कचरा निष्पादन, ऊर्जा, यातायात, डैटा प्रबंधन व शिक्षा स्तर में सुधार से जुड़े मामलों पर रहेगा। फोरम मंडी को आधुनिक जन सुविधाओं की उपलब्धता के साथ देश का आदर्श नगर बनाने के लिए समर्पित व नियोजित प्रयास करेगी। 
ये मंच एक संयुक्त फोरम के तौर पर मिलकर कर काम करते हुए मंडी की वर्तमान की जरूरतों के साथ साथ जनहित में भविष्योन्मुखी विकास पहलों को तरजीह देगा। ‘प्रयास’ की पहली बैठक 28 नवंबर को कमांद में आईआईटी परिसर में होगी। 
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कायम होगी व्यापक सहयोग की स्थाई व्यवस्था 
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि आईआईटी मंडी जनकल्याण के कामों में सहयोग के लिए स्वयं हमेशा तत्पर रहा है और समय समय पर अलग अगल परियोजनाओं को व्यावहारिक रूप देने में प्रशासन की मदद करता रहा है। लेकिन व्यापक सहयोग व साझेदारी को लेकर एक स्थायी व्यवस्था कायम करने और उनकी विशेषज्ञता का पूरा लाभ लेने के लिए यह फोरम बनाई गई है। 



Conclusion:---
डीसी को लिखें पत्र
उपायुक्त ने मंडी की सभी सामाजिक संस्थाओं व बुद्धिजीवियों से आग्रह किया है कि मंडी के विकास को लेकर अपने अभिनव विचार, सुझाव व योजना को प्रशासन के साथ साझा करें। इसे लेकर उपायुक्त कार्यालय को पत्र अथवा ईमेल भी की जा सकती है। लोगों को आवश्यकतानुरूप फोरम की बैठक में बुला कर उनके विचार को आगे अमलीजामा पहनाने को लेकर चर्चा की जाएगी।
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