मंडी: पंजाब दौरे के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में (PM Security Breach) शिमला ग्रामीण विधायक विक्रमादित्य सिंह द्वारा पंजाब सरकार पर सवालिया निशान खड़े करने पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव आश्रय शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है. आश्रय शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी के पंजाब दौरे के दौरान (Ashray Sharma on Vikramaditya post) जो भी हुआ दुर्भाग्यपूर्ण है. इस प्रकरण की जांच में सच सबके सामने आ जाएगा और गलती पाए जाने पर कार्रवाई भी होनी चाहिए.
आश्रय शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुछ अति उत्साही कांग्रेस नेता मामले (Ashray Sharma on Vikramaditya post) में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार पर उंगली उठा रहे हैं. आश्रय शर्मा ने सवाल पूछते हुए कहा कि जब कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी और प्रियंका को यूपी में जाने से सरकार ने रोका था, तो उस समय इन लोगों के मुंह बिल्कुल बंद थे. जिस परिवार ने अपने सदस्यों को देश के लिए खोया है, उनकी सुरक्षा के विषय में मौन धारण करने वालों को आज कुछ बोलने से पहले सोचना चाहिए. इसके साथ बिना तथ्य को जांचे तथ्यहीन बयानबाजी से भी परहेज करना चाहिए.
बता दें कि, विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा था कि 'पंजाब सरकार पर टिप्पणी करना हमारे कार्य अधिकार से अलग है, लेकिन पिछले कल जो घटनाक्रम वहां पर हुआ है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण (Himachal Congress on PM Rally) है. देश के प्रधानमंत्री चाहे किसी भी राजनीतिक दल से क्यों न हों, उनकी सुरक्षा में इस तरीके का लैप्स हैरान करने वाला है. जिसकी पंजाब सरकार को तुरंत जांच करवानी चाहिए और जिन अधिकारियों की ओर से इसमें कमी पाई गई है उनपर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.
विक्रमादित्य (Vikramaditya Singh on PM Modi) ने कहा कि जो तर्क दिया गया है कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर से सभा स्थल तक पहुंचने का कार्यक्रम था. इसलिए यातायात का इंतजाम पूर्ण रूप से नहीं किया गया था, ठीक नहीं है, क्योंकि हम जानते हैं जब इस स्तर के VVIP कार्यक्रम होते हैं, तो ऑल्टरनेट रूट भी तैयार किए जाते हैं, ताकि किसी भी परिस्थिति में उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. विधायक ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य होने के चलते प्रशासन को इस चीज की ओर विशेष ध्यान रखना चाहिए था, ताकि राजनीतिक दृष्टि से कोई भी कांग्रेस पर उंगली न उठा सके. उन्होंने कहा कि अब चूक हुई है तो कार्रवाई भी निश्चित तौर से होनी चाहिए.'
वहीं, विक्रमादित्य सिंह की इस पोस्ट के खिलाफ ऊना सदर के कांग्रेसी विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने भी उन्हें (MLA Satpal Raizada on Vikramaditya Singh) जमकर आड़े हाथों लिया था. विधायक रायजादा ने जहां फेसबुक पर विक्रमादित्य की पोस्ट के स्क्रीनशॉट शेयर कर टिप्पणी की. रायजादा ने बिना विक्रमादित्य का नाम लिए अपनी ही पार्टी के खिलाफ बोलने वाले कांग्रेस नेताओं को ऐसा न करने की नसीहत दी है. फेसबुक पोस्ट में रायजादा ने कहा कि यदि विक्रमादित्य सिंह केंद्र की तानाशाह भाजपा सरकार के खिलाफ चल रही लड़ाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का साथ नहीं दे सकते तो कम से कम उन्हें चुप रह लेना चाहिए.
ये भी पढ़ें : Landslide In Chamba: भरमौर-पठानकोट NH पर पहाड़ी से कार पर गिरी चट्टान, एक व्यक्ति की मौत